जगतपुर रायबरेली – डीजीपी मुख्यालय ने विधानसभा चुनाव कर चुके पुलिस कर्मियों के लिए स्थानांतरण नीति जारी की है। लेकिन उसके बाद भी थाने में सिपाही व दरोगा व मुंशी जमे हुए हैं। वहीं थाना अध्यक्ष इन दरोगा सिपाहियों को रिलीव करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
जगतपुर थाने में उप निरीक्षक आयुष वत्स का ट्रांसफर 8 महीने पहले हो चुका है। वही उप निरीक्षक विकास सिंह का 3 महीने पहले न्यायालय सुरक्षा में स्थानांतरण हुआ था। वहीं थाने में तैनात हेड मोहरिर रिजवान का ट्रांसफर भी गैर जनपद हो चुका है।
लेकिन उसके बाद भी थाने का मोह सिपाही व दरोगा नहीं छोड़ पा रहे हैं। जबकि कई बार जनप्रतिनिधियों ने पुलिस अधीक्षक से ट्रांसफर पुलिस कर्मियों को कार्य मुक्त कर किए जाने की मांग कर चुके हैं। लेकिन उसके बाद भी थाना प्रभारी इन पुलिसकर्मियों को कार्य मुक्त कर पाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। स्थानीय लोगों में इस बात की चर्चा है कि इन उपनिरीक्षकों और सिपाहियों द्वारा कई वर्षों से थाने में रहने के कारण कई अवैध कार्यों में संलिप्त रहने के कारण जमकर उगाही करते हैं। इसीलिए कई थाना प्रभारी बदले गए। लेकिन जुगाड़ नींति के कारण और सिपाहियों का स्थानांतरण होने के बाद भी थाने में जमे हुए। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि स्थानांतरित हुए उप निरीक्षक को और सिपाहियों को तत्काल कर मुक्त करने के थानाध्यक्ष को निर्देश दिए गए हैं। जल्दी सभी कार्य मुक्त हो जाएंगे।