पीलीभीत: माधोटांडा स्थित गोमती उद्गम स्थल को विकसित करने के लिए विधायक बाबूराम पासवान के अनुरोध पर शासन ने 50 लाख की मंजूरी दी है। इस रुपए से उनके उद्गम स्थल पर गेस्ट हाउस और धर्मशाला आदि का निर्माण किया जाएगा। एक दिन पूर्व गोमती उद्गम स्थल पहुंचे अभियंताओं ने इसके लिए जगह देखी और नाप जोख कराई। एस्टीमेट तैयार होने के बाद शासन को स्वीकृत के लिए भेजा जाएगा।
गोमती उद्गम स्थल को तीर्थ स्थल व पर्यटन स्थल बनाने के लिए हर संभव प्रयास शासन प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा यहां काफी अधिक काम कराए गए हैं। इससे पूर्व भी जन सहयोग द्वारा कार्य कराए जाते रहे हैं। इस समय दैनिक गोमती आरती, जलपान हेतु कैन्टीन नौका विहार व गौशाला ऐसे कार्य हैं जिनकी काफी सराहना हो रही है। इधर विधायक बाबूराम पासवान ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर गोमती उद्गम स्थल को विकसित कराने की मांग करते हुए 80 लाख रुपए का बजट मांगा था। मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपए स्वीकृत करते हुए गोमती उद्गम स्थल पर कार्य कराने की बात कही थी। विधायक की पहल पर मंगलवार को पीडब्ल्यूडी और पर्यटन के अधिशासी अभियंता गोमती उद्गम स्थल पहुंचे। गेस्ट हाउस व धर्मशाला आदि बनाने के लिए जगह देखी और उसकी नाप जोख करा कर अभियंताओं को स्टीमेट तैयार कराने के निर्देश दिए। इस मौके पर अतिरिक्त मजिस्ट्रेट चंद्रभान सिंह, प्रधान राममूर्ति सिंह, निर्भय सिंह, पूर्व प्रधान धनीराम कश्यप, विमलेश सिंह आदि मौजूद रहे। 50 लाख से विकास कार्य होने की जानकारी लगने पर लोगों में खुशी है और उद्गम स्थल और अधिक सुंदर हो जाएगा इसी उम्मीद के साथ लोग काफी संख्या में उद्गम स्थल पर पहुंच रहे हैं।
रिपोर्ट रामनिवास कुशवाहा
अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं
कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.
-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.
-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.
अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g
आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ