दुनिया ताइवान के नेतृत्व को पहचानेगी : पेलोसी

ताइवान पहुंचीं अमेरिकी संसद की हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने वहां से एकता का संदेश दिया है। उन्होंने ताइवान के लोगों से कहा की हम यहां आपकी बात सुनने और आपसे सीखने के लिए आए हुए हैं कि हम एक साथ कैसे आगे बढ़ सकते हैं। हम आपको कोरोना पर सफलता हासिल करने के लिए बधाई देते हैं। उन्होंने ताइवान के लोगों के साथ अमेरिका की जनता की एकजुटता का भी संदेश दिया।
दरअसल, ताइवान पहुंचकर अपने संबोधन में नैन्सी पेलोसी ने कहा कि हमारे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की यात्रा ताइवान के जीवंत लोकतंत्र का समर्थन करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दिखाती है। हमारी यात्रा सिंगापुर, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और जापान सहित भारत-प्रशांत की व्यापक यात्रा का हिस्सा है, जो पारस्परिक सुरक्षा, आर्थिक साझेदारी और लोकतांत्रिक शासन पर केंद्रित है।
पेलोसी ने कहा कि ताइवान के 2.3 करोड़ लोगों के साथ अमेरिका की एकजुटता आज पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि दुनिया निरंकुशता और लोकतंत्र के बीच विकल्प का सामना कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी यात्रा ताइवान के कई कांग्रेस प्रतिनिधिमंडलों में से एक है और यह किसी भी तरह से अमेरिका की नीति का खंडन नहीं करती है। अमेरिका यथास्थिति को बदलने के एकतरफा प्रयास का विरोध करना जारी रखेगा।
उन्होंने कहा कि ताइवान के नेताओं के साथ हमारी बातचीत हमारे साझेदार के लिए हमारे समर्थन की पुष्टि करने और एक स्वतंत्र व खुले हिंद प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने सहित हमारे साझा हितों को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब हम इस बारे में अपनी बातचीत की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि हम किस प्रकार मिलकर इस ग्रह को जलवायु संकट से बचाने के लिए काम कर सकते हैं।
ताइवान की टॉप लीडरशिप की तरफ मुखातिब होते हुए पेलोसी ने कहा कि हम आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद करते हैं और हम चाहते हैं कि दुनिया इसे पहचाने। हमारी यात्रा मानवाधिकारों, अनुचित व्यापार प्रथाओं, सुरक्षा मुद्दों के बारे में भी है।
इसी बीच चीन ने अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स को पेलोसी की ताइवान क्षेत्र की यात्रा को लेकर जवाब देने के लिए तलब किया। चीन ने अमेरिकी राजदूत को बताया कि पेलोसी के ताइवान दौरे की प्रकृति बेहद शातिर है और इसके परिणाम बहुत गंभीर हैं। चीन इसको लेकर शांति से नहीं बैठेगा। यूएस सरकार को पेलोसी के इस दौरे को रोकना चाहिए था, लेकिन मिलीभगत के जरिए उन्हें ऐसा करने दिया गया।
बता दें कि नैन्सी पेलोसी मंगलवार को ताइवान पहुंच चुकी हैं। इस दौरे को लेकर ड्रैगन बुरी तरह तिलमिलाया हुआ है। इतना ही नहीं चीन ने ‘मिलिट्री एक्शन’ लेना शुरू कर दिया है और उसके 21 मिलिट्री एयरक्राफ्ट्स ने ताइवान को चारों तरफ से घेर लिया है। यह सभी एयरक्राफ्ट्स ताइवान के एयर डिफेंस जोन में पहुंच गए।