लेखक का पैसा : प्रफुल्ल सिंह “बेचैन कलम”

साहित्य के सब नहीं तो बहुतेरे आयोजन आज भी स्नेह-भाव से ही होते हैं। उसमें आयोजक कोई लाभ नहीं कमाता। उलटे खीसे की गांठ ढीली करके बंदोबस्त-तमाम करता है। मंच, माइक और माला का पैसा जेब से देता है। हिन्दी का लेखक भी कोई वैसा नक्षत्र नहीं, जिसे सुनने के लिए कोई टिकट ख़रीदकर सभागार में आता हो, जिस पर फिर यवनिका-पतन के बाद लेखक अपना दावा पेश करे और मुनाफ़े में हिस्सेदारी की मांग करे। बहुधा तो ये आयोजन साहित्यानुरागियों के द्वारा उत्साह और प्रेमवश करवाए जाते हैं, कुछ…

हम हम सभी को जल संरक्षण का संकल्प लेना होगा : प्रफुल्ल सिंह “बेचैन कलम”

संसार के प्रत्येक प्राणी का जीवन आधार जल ही है। शायद ही ऐसा कोई प्राणी हो जिसे जल की आवश्यकता न हो। जल हमें समुद्र, नदियों, तालाबों, झीलों, वर्षा एवं भूजल के माध्यम से प्राप्त होता है। गर्म हवाओं के चलने से समुद्र, नदियों, झीलों, तालाबों का जल वाष्पित होकर ठंडे स्थानों की ओर चलता है जहाँ पर न्यून तापमान के कारण संघनित होकर वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरता है। जबकि पहाड़ों पर और भी कम तापमान होने के कारण जल बर्फ के रूप में जम जाता है…

मैं किन्नर क्या-क्या बन जाऊं

किन्नर भिक्षु भी हैं।किन्नर दानवीर भी हैं।किन्नर नृत्यकार भी हैं।किन्नर संगीतज्ञ भी हैं।किन्नर स्वयं न्यायाधीश,यम भी हैं।किन्नर विष्णु भी हैं।किन्नर मृत्यु भी हैं।किन्नर सुख भी हैं।किन्नर दुख भी हैं।किन्नर वैश्या भी हैं।किन्नर काम भी हैं।किन्नर काम नियंत्रक भी हैं।किन्नर लिंग धारी देवी भी हैंकिन्नर लिंग विच्छेद नारी भी हैं।किन्नर योनि धारी पुरुष भी हैं।किन्नर ब्रह्माण्ड का नायक भी हैं।किन्नर संतान श्रृजक भी हैं।किन्नर सांसारिक मोह में फंस कर भी विरक्त हैं।किन्नर गृह स्वामी हो कर भी सन्यासी हैं।किन्नर स्वर्ण और पाप को धारण कर पाप मुक्त है।किन्नर सभी देवताओं सर्वश्रेष्ठ…

जब बुद्ध ने समझाया मौन का महत्त्व

एक व्यक्ति, कोई जिज्ञासु, एक दिन आया। उसका नाम मौलुंकपुत्र था, एक बड़ा ब्राह्मण विद्वान्‌; पाँच सौ शिष्यों के साथ बुद्ध के पास आया था। निश्चित ही उसके पास बहुत सारे प्रश्न थे। एक बड़े विद्वान्‌ के पास ढेर सारे प्रश्न होते ही हैं, समस्याएँ ही समस्याएँ। बुद्ध ने उसके चेहरे की तरफ देखा और कहा, ‘मौलुंकपुत्र, एक शर्त है । यदि तुम शर्त पूरी करो, केवल तभी मैं उत्तर दे सकता हूँ। मैं तुम्हारे सिर में भनभनाते प्रश्नों को देख सकता हूँ। एक वर्ष तक प्रतीक्षा करो। ध्यान करो,…

एवरेस्ट विजेता आईएएस रविन्द्र को सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यान अज्ञेय सम्मान

 एवरेस्ट फतह करने वाले पहले आईएएस अधिकारी रविन्द्र कुमार को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यान अज्ञेय पुरस्कार मिलेगा। रविंद्र कुमार वर्तमान में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले के डीएम हैं। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर दूसरी बार फतह करनेवाले देश के प्रथम आईएस अधिकारी का गौरव हासिल कर चुके हैं। 26 फरवरी 2021 को उत्तरप्रदेश के हिन्दी संस्थान के वर्ष 2019 के सम्मानों पुरस्कारों पर निर्णय लेने के लिए गठित पुरस्कार समिति की बैठक में रविन्द्र की पुस्तक एवरेस्ट : सपनों की उड़ान – सिफर से…

उत्तम व्यक्ति कौन ? बुद्ध ने बताया

गौतम बुद्ध एक शहर में प्रवास कर रहे थे। उनके कुछ शिष्य भी उनके साथ थे । उनके शिष्य एक दिन शहर में घूमने निकले तो उस शहर के लोगों ने उन्हें बहुत बुरा भल्रा कहा – शिष्यों को बहुत बुरा ल्रगा और बे वापस लौट गये । गौतम बुद्ध ने जब देखा कि उनके सभी शिष्य बहुत क्रोध में दिख रहे हैं तो, उन्होंने पूछा – “क्या बात है आप सभी इतने तनाव में क्यूँ दिख रहे है।” तभी एक शिष्य क्रोध में बोला, “हमें यहाँ से तुरंत प्रस्थान…

जब बुद्ध ने युवक को सत्संग का महत्व समझाया : आदर्श कुमार

बुद्ध एक गाँव में ठहरे हुए थे। वे प्रतिदिन शाम को वहाँ पर सत्संग करते थे। भक्तों की भीड़ होती थी, क्योंकि उनके प्रवचनों से जीवन को सही दिशा बोध प्राप्त होता था। बुद्ध की वाणी में गजब का जादू था। उनके शब्द श्रोता के दिल में उतर जाते थे। एक युवक प्रतिदिन बुद्ध का प्रवचन सुनता था। एक दिन जब प्रवचन समाप्त हो गए, तो वह बुद्ध के पास गया और बोला, ‘महाराज! मैं काफी दिनों से आपके प्रवचन सुन रहा हूँ, किंतु यहाँ से जाने के बाद मैं…

जब हिटलर से पहली बार मिले नेता जी सुभाष बाबू , फिर क्या हुआ

अंग्रेजों के खिलाफ भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को जब-जब याद किया जाएगा एक नाम जरूर सबकी जुबां पर होगी. वह नाम है नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम. वहीं सुभाष चंद्र बोस जिन्होंने ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा’ का नारा बुलंद किया था. जिन्होंने देशवासियों से कहा था कि याद रखिए सबसे बड़ा अपराध अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है. जिन्होंने कहा था कि सफलता हमेशा असफलता के स्तंभ पर खड़ी है. उनकी बातें, उनका संघर्ष और उनकी जिंदगी तीनों आज भी…

कर अदायगी और उसका उपभोग: किसानों के सन्दर्भ में-राम सिंह

समय-समय पर यह मुद्दा उठता रहता है कि कर अदायगी कोई करता है जबकि उस कर का उपभोग कोई दूसरा करता है। उदाहरणार्थ जेएनयू में फीस के मुद्दे पर छात्रों के आंदोलन के समय कुछ लोगों ने प्रश्न किया था कि हमारे कर का उपयोग प्रौढ़ हो चुके छात्रों की शिक्षा पर न किया जाय। साथ ही यह भी कहा गयाकि जेएनयू आतंकवाद का गढ़ बन गया है, अतः उनके द्वारा अदा किए गए कर का उपयोग इन आतंकवादियों पर न किया जाए। वर्तमान में किसानों के आंदोलन के समय…

पानी के साथ जीवन की सीख भी देती थी खत्म हो रहीं बावड़ियां : आदर्श कुमार

बावड़ि़यां वास्तुकला और जल संचय व्यवस्था का एक अद्भुत रूप है जो 7वीं शताब्दी के बाद से समूचे राजस्थान और गुजरात में आज तक बची हुई हैं। गुजरात में इनकी महत्ता और कौशल ने जो स्थान प्राप्त किया है उसे अब पार करना मुश्किल है। हालांकि पश्चिमी भारत की कला और वास्तुकला के इतिहास की कई किताबों में इन बावड़ियों की उपेक्षा की गई है परंतु इस क्षेत्र की वास्तुकला और शिल्पकला के विकास में आए बदलाव को ये भलीभांति दर्शाती हैं। ये बावड़ियां पानी तो देती ही थीं पानी…

किसान आंदोलन – 2020 : गोविन्द मौर्या ‘प्रेम जी’

है किसानों की हालत क्यों बदतर यहींक्या कृषि प्रधान देश भारत है आज भी है वहीगूंजता था जहां जय जवान जय किसान का नाराआज सड़कों पर सामना हुआ है यही देश की सियासत में इतना बादशाहत है क्योंआज सड़कों पर इतना हंगामा है क्योंआज किसानों की हालत जब हुई है खराबआज देश की हुकूमत है खामोश क्यों देश का भाग्य विधाता है अन्नदाता यहीइतना जुल्म इनपर आज क्यों करते तुमयही करते हैं तुम्हारे सियासत का फैसलाजानकर इनका हौसला कल को पछताओगे ये पानी की बौछार ये आंसू के गोलेजो चली…

क्या होता है MSP ? जो की आजकल बहुत है चर्चा में ,पढ़िए The Dastak 24 की एक रिपोर्ट —-

मोदी सरकार ने बुधवार को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 200 रुपये बढ़ा दिया है. कैबिनेट बैठक में सरकार ने खरीफ फसल का MSP बढ़ाने का फैसला लिया है. इससे किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिलने का रास्ता खुल गया है.   अब दोस्तों जान लीजिये आखिर यह होता क्या है MSP ?   किसानों के हितों की रक्षा करने की खातिर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की व्यवस्था लागू की गई है. अगर कभी फसलों की कीमत गिर जाती है, तब भी सरकार तय न्यूनतम समर्थन मूल्य…

फिर परधानी आईल बा : अनिल मिश्र (मुंबई)

फिर परधानी आईल बाउहै पुरनके चेहरन में अब,नई रवानी आईल बा।हमरा के लागेला जइसे,फिर परधानी आईल बा।।कतवारू जी बड़े सवेरे,गांव कै चक्कर मारे लें,जउने घर में वोटर ज्यादा,वही ज डेरा डारे लें,रामखेलावन हाथ जोड़िके,घुमत बाटें टोला में,वृद्धा पेंशन वाला फारम,धइले बाटे झोरा में,समरसता के बदरा जइसे,गांव मध्य में छाइल बा।हमरा के लागेला जइसे,फिर परधानी आईल बा।।खरपत्तू कै माई तेवरिस,मरि गइलीं लाचारी में,खेत बेंचि के रुपया फुकलैं,माई के बैमारी में,केहू मदद करे ना आयल,ना केहू दर्शन दिहलै,असों भँइस मरल बाओकर,सब केहू अंगना कईलै,यतना रुपया जुटल बा ओकरे,दूसर भँइस किनाइल बा।हमरा के…

।।जिंदगी के कुछ लम्हें।।

जिंदगी के कुछ अनमोल लम्हे हमारे साथ शेयर कर रहे अभिषेक कुमार उन्होंने कहा जिंदगी के कुछ लम्हें ऐसे भी गुजरे जब हम दोनों एक साथ रहे साथ पढ़े साथ रहे और कभी कभी थोड़ी-बहुत नोकझोंक भी हो जाती थी लेकिन उसने मुझे कभी अलग नहीं समझा अपनो की तरह ही मुझे प्यार दिया हम दोनों के साथ काटे वह दिन आज भी याद आते हैं और जैसे ही कभी वहां मेरा जाना होता है तो सबसे ज्यादा मुझे याद आते है मेरे एक बुजुर्ग मित्र की जो अब इस…

प्रेम का बंधन : गोविन्द मौर्या (प्रेम जी)

govind maurya

प्रेम की पावन बगिया से           दो प्रेम के फूल खिले दिल में ।स्नेह प्यार के बंधन से           मन मगन हुआ अपने मन में ।। जीवन के सच्चे बंधन से        मन बहा प्रेम सागर की धारा में ।एक प्रेम के सच्चे सपने से     स्नेह का चहल पहल हुआ मन में ।। उसकी प्यारी प्यारी खुशबू से         महक का पवन चला जीवन में ।उसकी पायल की प्यारी छम छम से            दिल धड़क उठा अंतर्मन में ।। उसकी आंखों की प्यारी काजल से    यूं लगा घनघोर घटा छाई सावन में ।उसकी होठों की…

एटा: राजनैतिक योद्धा महादीपक शाक्य के बारे में जानें

एटा के पूर्व सांसद, भाजपा नेता डा. महादीपक शाक्य ने मंगलवार 10 नवंबर 2020 को अपने आवास गांव अगौनापुर में अंतिम सांस ली। 99 साल की उम्र में मंगलवार को पूर्व सांसद का देहांत हो गया। पूर्व सांसद की मौत के बाद उनके समर्थक और खासकर शाक्य समाज में शोक की लहर दौड़ गई। जानकारी मिलने पर घर पर कई नेता, सामाजिक कार्यकर्ता व अन्य लोग उनके घर पहुंचे। महादीपक शाक्य के बारे में जानें मूल रूप से गांव अगौनापुर के रहने वाले डा. महादीपक शाक्य पहले ऐसे सांसद थे…

बादल आए—डॉ.एम.डी.सिंह पीरनगर ,गाजीपुर

बादल आए बादल आए बारिश लेकर बादल आए गोलू दौड़ा गीता दौड़ी  रोहन साथ संगीता दौड़ी शमशेर दौड़ा गिरा धड़ाम चप्पल छोड़ लोलीता दौड़ी भीग -भीग कर खूब नहाए  बादल आए बादल आएकाले घने गरजते बादल झम झमा झम बरसते बादल ऊपर नीचे रहे हैं दौड़ धूम धड़ाम कड़कते बादल बन्दी हुई रेनी डे लाए बादल आए बादल आएमेंढक टर्र-टर्र बोल रहे हैं  मोर परों को खोल रहे हैं बिल्ली दुबकी कोने बैठी चूहे लप-लप डोल रहे हैं खुश किसान पौधे लहराए बादल आए बादल आए दादू पकड़े दादी डांटे मम्मी दौड़े…

3 फीट की उस लड़की जो समाज के ताने खाकर बनी IAS

आरती डोगरा आज राजस्थान कैडर की IAS अफसर हैं। आरती का कद भले छोटा है लेकिन आज वो देशभर की महिला IAS के प्रशासनिक वर्ग में मिसाल बनकर उभरी हैं और ये कहना भी गलत नहीं होगा कि उन्होंने समाज में बदलाव के लिए कई मॉडल पेश किए हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी काफी पसंद आए हैं। आरती मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली है। UPSC पास करना उनका बचपन का सपना था। बता दें कि उनके पिता कर्नल राजेन्द्र डोगरा सेना में अधिकारी हैं और मां…

आखिर क्या है अविश्वास प्रस्ताव? रिपोर्ट आदर्श कुमार की

अविश्वास का प्रस्ताव एक संसदीय प्रस्ताव है, जिसे पारंपरिक रूप से विपक्ष द्वारा संसद में एक सरकार को हराने या कमजोर करने की उम्मीद से रखा जाता है या दुर्लभ उदाहरण के रूप में यह एक तत्कालीन समर्थक द्वारा पेश किया जाता है, जिसे सरकार में विश्वास नहीं होता। यह प्रस्ताव नये संसदीय मतदान (अविश्वास का मतदान) द्वारा पारित किया जाता है या अस्वीकार किया जाता है। तो आइए, यह जानते हैं कि आखिर यह अविश्वास प्रस्ताव क्या होता है, सबसे पहले संसद में यह कब आया और अब तक…

तक्षशिला के बारे में जानें

तक्षशिला :  (पालि : तक्कसिला) प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र था। यहाँ का विश्वविद्यालय विश्व के प्राचीनतम विश्वविद्यालयों में शामिल है। यह हिन्दू एवं बौद्ध दोनों के लिये महत्व का केन्द्र था। चाणक्य यहाँ पर आचार्य थे। ४०५ ई में फाह्यान यहाँ आया था। अब हमारी खबरें यूट्यूब चैनल पर भी  देखें । नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब करें । https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g अब हमारी ख़बरें एप्लीकेशन पर भी उपलब्ध हैं । हमारा एप्लीकेशन गूगल प्ले स्टोर से अभी डाउनलोड करें और खबरें पढ़ें । https://play.google.com/store/apps/details?id=com.dastak24.newsapp&hl=en ऐतिहासिक रूप से यह तीन महान मार्गों के संगम पर…