एवरेस्ट विजेता आईएएस रविन्द्र को सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यान अज्ञेय सम्मान

 एवरेस्ट फतह करने वाले पहले आईएएस अधिकारी रविन्द्र कुमार को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यान अज्ञेय पुरस्कार मिलेगा। रविंद्र कुमार वर्तमान में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले के डीएम हैं। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर दूसरी बार फतह करनेवाले देश के प्रथम आईएस अधिकारी का गौरव हासिल कर चुके हैं। 26 फरवरी 2021 को उत्तरप्रदेश के हिन्दी संस्थान के वर्ष 2019 के सम्मानों पुरस्कारों पर निर्णय लेने के लिए गठित पुरस्कार समिति की बैठक में रविन्द्र की पुस्तक एवरेस्ट : सपनों की उड़ान – सिफर से शिखर तक को यात्रा-वृतान्त विधा के अंतर्गत 75 हजार रुपये के ‘सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन अज्ञेय पुरस्कार से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की गयी है। इससे पूर्व भी रविन्द्र कुमार की इस पुस्तक पर पूर्व में भी राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा एक लाख रुपए की धनराशि का अमृत लाल नागर पुरस्कार प्रदान किया जा चुका है।

युवाओं को ज्यादा भा रही है उनकी पुस्तकें

रविन्द्र कुमार की यह पुस्तक युवाओं में अत्यधिक चर्चित है। इसमें उन्होंने ना केवल अपनी एवरेस्ट यात्रा का विस्तार से वर्णन किया है,बल्कि युवाओं के सपनों को साकार करने की कुंजी का सकारात्मक मानसिक चित्रण(एडवांस्ड पॉज़िटिव विजुलाइजेशन) किया है। देश के युवा इस पुस्तक को ऑनलाइन शॉप से आसानी से ख़रीद कर पढ़ते हैं और उनके सकारात्मक मानसिक चित्रण विधि को पढ़कर उत्साहित होकर अपने जीवन में भी कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरणा लेते हैं।

दस्तक सम्पादक : आदर्श कुमार शाक्य