शरीर में पित्त के उत्पादन को बढ़ाती है हल्दी, जाने और क्या है लाभ

भारतीय भोजन में हल्दी की एक स्थान रही है. इससे खाने को रंग तो मिलता ही है, भीना-भीना स्वाद भी मिलता है. लेकिन रंग और स्वाद से भी बढ़कर हल्दी अपने औषधीय गुणों के लिए ज्यादा जानी जाती है. इसका प्रयोग वजन कम करने के लिए भी किया जा सकता है. आइए जानते है डाइट एंड वेलनेस एक्सपर्ट डाक्टर शिखा शर्मा से कि आखिर यह वजन कम करने में किस तरह से मददगार होती है?

इंसुलिन रेजिंस्टेंस को कम करती है हल्दी
हल्दी का सबसे बड़ा गुण है इंसुलिन रेजिस्टेंस की स्थिति को कंट्रोल में रखना. यह वह स्थिति होती है, जब कोशिकाएं इंसुलिन नामक हॉर्मोन पर ठीक ढंग से रिएक्शन नहीं कर पातीं. इस स्थिति में न केवल डायबिटीज की संभावना बढ़ती है, बल्कि यह मोटापे का भी एक कारण बनती है. हल्दी में उपस्थित करक्यूमिन नामक तत्व इंसुलिन रेजिस्टेंस की स्थिति को रोकता है.

हल्दी का अहम कार्य है पेट में पित्त के उत्पादन को बढ़ाना. पित्त पाचन में कार्य आने वाला एक अहम पाचक रस होता है जो शरीर में जमा फैट (वसा) को इमल्सीफाई करता है. इमल्सीफाई करने का मतलब है वसा को तोड़कर ऊर्जा में बदलना. इससे शरीर के मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है. मेटाबॉलिज्म बेहतर होने से वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. जिनका मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, उनका वजन ज्यादा होता है.

कैसे लें हल्दी?
यह तय होने के बाद कि हल्दी के ठीक सेवन से वजन को कंट्रोल किया जा सकता है, बात आती है इसको लेने के उपायों की. अपनी प्रतिदिन की डाइट में इसे शामिल करने के अतिरिक्त कुछ सरल उपायों से भी हल्दी का नियमित सेवन किया जा सकता है.

1.दूध के साथ –यह न केवल सबसे सरल उपाय है, बल्कि सबसे प्रभावी भी. दूध को पांच से सात मिनट तक हल्की आंच पर गर्म करें. एक गिलास दूध में आधे से एक चौथाई चम्मच तक हल्दी पाउडर मिलाकर पिएं. इसे प्रातः काल के समय या रात को सोने से पहले कभी भी पिया जा सकता है.

2.चाय के रूप में –डेढ़ कप पानी में एक चम्मच हल्दी पाउडर को मिलाकर इतना उबाल लीजिए कि एक कप पानी ही बचा रह जाए. उसे गुनगुना करके उसमें थोड़ा-सा नींबू का रस व चुटकी भर काली मिर्च का पाउडर मिला लीजिए. अब छानकर पीजिए.

3.सूप के साथ –वेजिटेबल सूप या आप जो भी सूप पीना चाहते हैं, उसमें भी हल्दी लेना एक अच्छा उपाय है. एक बाउल सूप में आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिला लीजिए. इसमें एक चुटकी भर काली मिर्च मिलाकर लीजिए.

4.सलाद में डालकर – समान मात्रा में हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर व जीरा पाउडर को मिलाकर इस मिलावट को नमक रखने वाली डिब्बी (साल्ट शेकर) में भरकर रख लीजिए. जब भी आप सलाद खाएं, नमक के साथ इसे छिड़क लीजिए. इसी मिलावट को रायते में भी प्रयोग किया जा सकता है.

कैसे पता लगाएं कि हल्दी शुद्ध है या मिलावटी?
बेहतर नतीजे हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण है कि शुद्ध हल्दी का ही सेवन किया जाए. हल्दी की जाँच के लिए आप एक सरल टेस्ट कर सकते हैं. कांच के एक गिलास में हल्का गुनगुना पानी लीजिए. उसमें एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर डाल दीजिए व हिलाए बगैर ऐसे ही छोड़ दीजिए.

करीब 20 मिनट के बाद उस गिलास को चेक कीजिए. अगर पूरा हल्दी पाउडर तले में बैठ जाए व पानी वैसा ही साफ बना रहे तो इसका मतलब है कि हल्दी शुद्ध है. अगर पानी थोड़ा धुंधला हो जाए तो हल्दी में कुछ मिश्रण हो सकती है.