फर्रुखाबाद: मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने को जाँची गई गर्भवती महिलाओं की सेहत

(द दस्तक 24 न्यूज) 25 नवम्बर 2024 जिले की सभी सीएचसी, सिविल अस्पताल लिंजीगंज, डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय महिला और नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमन्त्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस सोमवार को मनाया गया l इस मौके पर स्त्री रोग विशेषज्ञों की देखरेख में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व की सम्पूर्ण जांच कर उनका टीकाकरण किया गया | विटामिन, आयरन-फोलिक एसिड व कैल्शियम की दवाएं वितरित कर महिलाओं को प्रसव पूर्व व प्रसव उपरान्त संतुलित और पौष्टिक आहार लेने, साफ-सफाई रखने, समय-समय पर चिकित्सीय परामर्श लेने और प्रसव संस्थागत कराने के लिए प्रेरित किया गया | साथ ही उच्च जोखिम गर्भावस्था की महिलाओं का अल्ट्रासाउंड भी कराया गया l

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी  नोडल डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए अब माह में चार बार 1 , 9,16 और 24 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस मनाया जाता है l इस दिवस का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिला की प्रसव पूर्व जांच कराना है l जिससे हमें यह पता चल जाता है कि प्रसव पूर्व अगर कोई जटिलता है तो उसको समय रहते उपचार द्वारा सही किया जा सके जिससे गर्भवती और उसके गर्भस्थ शिशु पर कोई आंच न आए l

इस दौरान नगरीय स्वास्थ्य केंद्र रकाबगंज की चिकित्साधिकारी डॉ शोभा सक्सेना ने बताया कि आज 13 गर्भवती महिलाओं की एएनसी (प्रसव पूर्व जांच) की गई। इस दौरान महिलाओं का अल्ट्रासाउंड, वजन, हीमोग्लोबिन, ब्लड-प्रेशर, ब्लड-ग्रुप, ब्लड-शुगर, एचआईबी, हेपेटाइटिस-बी व पेट की जाँच की गयी।  उन्हें दवा के नियमित सेवन के साथ-साथ विशेष देखभाल रखने और समय-समय पर चिकित्सीय परामर्श लेते रहने की सलाह दी गयी।

 डॉ शोभा ने बताया कि किसी गर्भवती महिला में यदि 7 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन होता है तो उसको सीवियर एनीमिया की स्थिति में रखा जाता है। गर्भावस्था के समय महिलाओं को कम से कम चार प्रसव पूर्व जांच करानी चाहिए और नियमित चिकित्सीय सलाह लेते रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिलाओं को हरी साग-सब्जियों, अंकुरित चना एवं दाल, गुड़ आदि का अधिक से अधिक सेवन करना जरूरी होता है। इस दौरान लैब टेक्नीशियन विकल्प फार्माशिस्ट दीपक  सहित गर्भवती महिलाएं मौजूद रहीं।

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