अखिलेश यादव के सबसे मजबूत गढ़ मैनपुरी को कमजोर करने के लिए भाजपा ने एमवाइ समीकरण तैयार किया है। इसके लिए भाजपा हाइकमान मोहन यादव को आगे कर सकती है। चुनावी चौसर में यह यादव चेहरा सपा के लड़ाकों को चुनौती देगा। मैनपुरी फिरोजाबाद आदि यादव बाहुल्य क्षेत्रों में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की भाजपा रैली करा सकती है।
अखिलेश यादव के सबसे मजबूत गढ़ों को कमजोर करने के लिए भाजपा भी यादव का दांव खेलने जा रही है। इसके लिए उसने एमवाइ (मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव) अस्त्र तैयार किया है। चुनावी चौसर पर यह यादव चेहरा ही समाजवादी लड़ाकों को चुनौती देगा और भाजपा उसके सहारे विरोधियों को मात देने का ताना-बाना बुनेगी।
फिरोजाबाद सीट पर यादव मतदाताओं की संख्या चार लाख से अधिक मानी जाती है। एटा में यादव निर्णायक स्थिति 14.266 फीसदी हैं
भाजपा का सबसे ज्यादा जोर मैनपुरी और फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर है। मैनपुरी सीट भाजपा वर्ष 2014 और 2019 की मोदी लहर में भी नहीं जीत पाई थी। इस बार भाजपा अपने अन्य वर्गों के मतदाताओं के साथ यादव मतों का साथ पाने की बड़ी तैयारी में लगी है।
भाजपा नेताओं के मुताबिक, मैनपुरी सीट पर मोहन यादव की सभाओं और समय के लिए हाईकमान से अनुरोध किया जा चुका है। जसवंतनगर और करहल क्षेत्र में उनकी जनसभाएं करानी हैं। इसके अलावा दो से तीन दिन इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों के यादव बहुल इलाकों में डोर टू डोर जनसंपर्क कराने की कोशिश होगी। मोहन यादव से प्रचार कराने का यही फार्मूला फिरोजाबाद, एटा और अन्य यादव बहुल सीटों पर अपनाया जाएगा।