ट्रेन में दो लोगों ने मारा था: महिला पीड़िता

अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही पर दो लोगों ने जानलेवा हमला किया था। 15 दिन बाद महिला सिपाही ने ये जानकारी अपने अधिकारियों को दी है। बताया कि ट्रेन चलने के 10 मिनट बाद दो लोगों ने उस पर हमला किया था। वह उन दोनों को नहीं जानती है।
वहीं यूपी STF ने दो संदिग्धों के फुटेज भी जारी किए है। फुटेज मनकापुर रेलवे स्टेशन पर लगे CCTV का है। संदिग्धों में से एक दिव्यांग है। हमलावरों को पकड़ने के लिए STF ने अब लोगों से मदद मांगी है। आरोपियों की सूचना देने वाले को 1 लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया गया है। सूचना देने वालों की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।
STF ने सूचना देने के लिए तीन मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं। इनमें STF एडिशनल एसपी 9454401210, डिप्टी एसपी 9454401828, जांच अधिकारी 9454402257 के मोबाइल नंबर पर सूचना दी जा सकती है। बता दें कि 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस में खून से लथपथ महिला सिपाही सीट के नीचे मिली थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार ने मामले की जांच STF को सौंपी थी।
अयोध्या के मनकापुर स्टेशन से ट्रेन चलने के 10 से 15 मिनट बाद महिला कॉन्स्टेबल पर अज्ञात लोगों ने जानलेवा हमला किया था। महिला खून से लथपथ ट्रेन की सीट के नीचे मिली थी। उसके कपड़े अस्तव्यस्त थे। सीट के नीचे खून पड़ा था, चेहरे से खून रिस रहा था। इसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
6 दिन बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर महिला कॉन्स्टेबल को तो बचा लिया, लेकिन अभी वह ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है। लखनऊ केजीएमसी ट्रॉमा सेंटर में अभी भी महिला भर्ती है। हालांकि, अब उसने अफसर को बताया कि 2 लोगों ने उस पर हमला किया था। मगर, सिर में चोट लगने की वजह से महिला कॉन्स्टेबल पूरी घटना नहीं बता पा रही है।
महिला कॉन्स्टेबल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने रविवार रात 9 बजे स्पेशल बेंच गठित की और अपने सरकारी आवास पर मामले की सुनवाई की। बेंच ने घटना पर नाराजगी जताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा। इसके बाद सोमवार दोपहर फिर सुनवाई हुई।
बेंच ने राज्य सरकार और रेलवे से जवाब मांगा। कोर्ट ने पूछा-घायल महिला सिपाही केस में अब तक क्या एक्शन हुआ, इस पर SP रेलवे ने जानकारी दी। कोर्ट ने ट्रेन में सुरक्षा इंतजाम की जानकारी मांगी। पूछा- GRP और RPF उस समय कहां थी? हाईकोर्ट वर्तमान में चल रही जांच से संतुष्ट है। कोर्ट में शासकीय अधिवक्ता एके संड भी मौजूद रहे
30 अगस्त सुबह 4 बजे अयोध्या GRP को ​​​​​महिला कॉन्स्टेबल गंभीर घायल अवस्था में ट्रेन में मिली। GRP जब ट्रेन में पहुंची, उस दौरान​​​​ महिला कॉन्स्टेबल की वर्दी अस्त-व्यस्त थी। चेहरे और शरीर पर गहरे जख्म थे। वह सीट के नीचे पड़ी हुई थी। आशंका है कि उस पर किसी ने चाकू से हमला किया हो। चेहरे पर 15 से ज्यादा टांके लगे हैं। ज्यादा खून बहने से सकी हालत गंभीर बनी हुई है। फिलहाल, उसका इलाज लखनऊ के KGMU में चल रहा है।
सोमवार को घायल महिला सिपाही का हाल जानने एसीएस होम, डीजीपी और डीजी लॉ एंड ऑर्डर KGMU पहुंचे। डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, “घायल महिला सिपाही की स्थिति सामान्य होने पर उनका बयान लिया जाएगा। फॉरेंसिक और अब तक की जांच में महिला सिपाही से यौन अपराध की पुष्टि नहीं हुई है। हाईकोर्ट को अब तक हुई कार्यवाही के बारे में जानकारी दी गई है।”
महिला की पोस्टिंग सुल्तानपुर में है। सावन मेले में उसकी ड्यूटी अयोध्या के हनुमानगढ़ी में सुबह 3 बजे से शाम 5:40 बजे तक लगाई गई थी। 29 अगस्त को वह दोपहर सुल्तानपुर से अयोध्या के लिए सरयू एक्सप्रेस से निकली थी। ट्रेन रात करीब 11 बजे अयोध्या पहुंची। 30 अगस्त को सुबह 4:15 बजे अयोध्या से आगे मनकापुर में वह घायल अवस्था में मिली।
महिला कॉन्स्टेबल का जो वीडियो वायरल हुआ था उसे देखकर दरिंदगी की आशंका व्यक्त की जा रही थी। हालांकि, भाई ने वीडियो जारी कर कहा- मेरी बहन के साथ कोई दुष्कर्म जैसी घटना नहीं हुई थी। सोशल मीडिया पर लोग इस तरह खबरें चलाकर परिवार की छवि धूमिल कर रहे हैं। पीड़िता का लखनऊ ट्रॉमा सेंटर मे इलाज चल रहा है। पहले से स्थिति ठीक है। पुलिस विभाग भी सहयोग कर रहा है। लोगों से अपील है कि वे गलत सूचनाएं न फैलाएं।