मैनपुरी : पति के साथ रहूंगी न उसे दूसरी शादी करने दूंगी। थाने पहुंची पत्नी ने पुलिस से शादी रुकवाने के लिए दी अर्जी

मैं पति के साथ रहूंगी और न ही उसे दूसरी शादी करने दूंगी। शनिवार को कोतवाली में जींस पैंट तथा बनियान पहनकर पहुंची महिला ने प्रार्थना पत्र देकर पति की दूसरी शादी को रुकवाये जाने की मांग की। उसने अपने वृद्ध पिता की भी एक नहीं मानी। और पति की शादी रुकवाये जाने की मांग की। वहीं पुलिस ने लड़के पक्ष के लोगों को कोतवाली बुलवा लिया।

कुछ साल पहले हुयी थी शादी
मामला थाना क्षेत्र के ग्राम नानामऊ का है नानामऊ निवासी बृजेश कुमार ने अपने पुत्र विमलेश की शादी 2015 में जनपद फर्रुखाबाद के थाना नवाबगंज निवासी भारत सिंह की पुत्री चांदनी के साथ की थी। शादी के बाद कुछ समय तक चांदनी अपनी ससुराल में रही जिसके बाद उसे 6 अप्रैल 2021 को उसकी मां उसे उसके मायके बुला कर ले गई। जिसके बाद से वह अपनी ससुराल नानामऊ नहीं लौटी।

ससुराल नहीं लौटी बहू को बुलाने का किया था प्रयास
पति विमलेश तथा ससुरालीजनों ने चांदनी को बुलाने का बहुत प्रयास किया लेकिन वह ससुराल वापस नहीं लौटी। जिसके बाद चांदनी के पिता भारत सिंह की सहमति से विमलेश ने दूसरी शादी करने का मन बनाया। शनिवार को विमलेश की बरात जाने वाली थी, दोपहर में कोतवाली पहुंची चांदनी ने थाना में तहरीर देकर शादी को रुकवाये जाने की मांग की। जिस पर पुलिस ने लड़के पक्ष के लोगों को कोतवाली में बुला लिया। और शादी रोकने के लिए कहा।

REPORT: YOGESH KUMAR

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ