फर्रुखाबाद:राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान की सफ़लता के लिए एएनएम व आशा प्रशिक्षित

फर्रुखाबाद, 4 फ़रवरी 2023 जिले में 10 फरवरी से कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए दो चरणों में एक साल से 19 साल की उम्र तक के कुल 9,07,820 बच्चे व किशोरों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई जाएगी। अभी तक जिले में एक दिन का अभियान चलाया जाता था, लेकिन अब इसे दो चरणों में चलाने की योजना है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ शिक्षा , बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग और पंचायती राज समेत 11 विभागों की मदद ली जाएगी। अभियान की सफ़लता के लिए एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है l

इसी क्रम में शनिवार को सीएचसी कमालगंज में एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया l मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि स्थानीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद से एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को दवा दी जाएगी जो आंगनवाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में छह से 19 वर्ष तक के किशोर-किशोरियों को दवा खिलाएगी। इसमें संबंधित स्कूल के शिक्षकों को भी जोड़ा जाएगा।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि एल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खानी है। एक से दो वर्ष तक के बच्चों को 200 मिग्रा, यानि आधी गोली पीसकर और 2 से 3 वर्ष तक के बच्चों को 400 मिग्रा यानि पूरी गोली पीसकर खानी है l 3 से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों को 400 मिग्रा, यानि पूरी गोली चबाकर खानी है।
टीम दवा अपने सामने खिलाएगी। किसी भी बच्चे या परिजन को बाद में खाने के लिए नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सर्दी, खांसी, बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने पर दवा नहीं दी जाएगी। यदि बच्चे या परिवार के सदस्य को कोविड संक्रमण है तो क्वारंटीन अवधि समाप्त होने के बाद ही दवा खिलाई जाएगी।
सीएचसी कमालगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ शोभित शाक्य ने बताया कि अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत एक से पांच वर्ष तक के बच्चों और छह से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले बच्चों और घूमंतु व ईट भट्ठों पर काम करने वाले श्रमिकों को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा छह से 19 वर्ष तक के स्कूल जाने वाले बच्चों को शिक्षकों के माध्यम से और किशोर जुबेनाइल होम में प्रभारी अधीक्षक के माध्यम से पेट के कीड़े निकालने वाली दवा खिलाई जाएगी।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जनपद सलाहकार चंदन यादव ने बताया कि पिछले वर्ष जुलाई माह में चले अभियान के दौरान 48 प्रतिशत बच्चों ने ही इस दवा का सेवन किया था इस बार सभी 9,07,820 बच्चों को दवा खिलाने का भरसक प्रयास किया जायेगा l चंदन ने बताया कि सीएचसी बरौन के अंर्तगत 73,744, कायमगंज में 1,29,895, कमालगंज में