फर्रुखाबाद 28 सितम्बर 2022 वर्तमान समय में अव्यवस्थित दिनचर्या, तनाव, गलत खान-पान, पर्यावरण प्रदूषण एवं अन्य कारणों के चलते हृदय की समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं। छोटी उम्र से लेकर बुजर्गों तक में हृदय से जुड़ी समस्याएं होना अब आम बात हो गई है। पूरे विश्व में हृदय के प्रति जागरूकता पैदा करने और हृदय संबंधी समस्याओं से बचने के लिए विभिन्न उपायों पर प्रकाश डालने के मकसद से दुनियाभर में हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वर्ष 2000 से सितंबर माह के अंतिम रविवार को विश्व हृदय दिवस मनाया जा रहा था। वर्ष 2014 में इसके लिए 29 सितंबर की तारीख निर्धारित की गई।
इस सम्बन्ध में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और एन सी डी नोडल डॉ रंजन गौतम ने कहा कि हृदय रोगों का तेजी से बढ़ना और उससे होने वाली मौतों के आंकड़ों को देखते हुए, हृदय के प्रति गंभीर रवैया अपनाने की आवश्यकता है। इसके लिए जरूरी है के हृदय के प्रति कुछ सावधानियां अपनाई जाए, और उनका सख्ती से पालन किया जाए। अधिकांश मामलों में हृदय रोग का प्रमुख कारण तनाव ही होता है और मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी समस्याएं भी हृदय रोगों को जन्म देती है। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना व सावधानी रखना अनिवार्य है।
इस सम्बन्ध में डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में तैनात ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज पाण्डेय ने कहा कि आज दिल की बीमारी किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है, इसके लिए कोई निर्धारित उम्र नहीं होती। पुरुषों में हृदय रोग की संभावनाएं ज्यादा होती हैं, बावजूद इसके वे इस बीमारी के जोखिमों को नजरअंदाज कर देते हैं। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में एक दिल ही है, जिस पर सबसे अधिक बोझ पड़ता है। तनाव, थकान, प्रदूषण आदि कई वजहों से रक्त का आदान-प्रदान करने वाले इस अति महत्वपूर्ण अंग को अपना काम करने में मुश्किल होती है|
हृदय को स्वस्थ रखने के लिए निम्नलिखित उपाय सहायक सिद्ध हो सकते हैं –
1 प्रतिदिन अन्य कार्यों की तरह ही व्यायाम के लिए भी समय निकालें।
2 सुबह और शाम के समय पैदल चलें या सैर पर जाएं।
3 भोजन में नमक और वसा की मात्रा कम कर लें, अधिक मात्रा में यह हानिकारक होते हैं।
4 ताजे फल और सब्जियों को आहार में शामिल करें।
5 तनावमुक्त जीवन जिएं। तनाव अधिक होने पर योगा व ध्यान के द्वारा इस पर नियंत्रण करें।
6 धूम्रपान का सेवन बिल्कुल बंद कर दें, यह हृदय के साथ ही कई बीमारियों का कारक है।
7 स्वस्थ शरीर और दिल के लिए भरपूर नींद लें।
डॉ मनोज ने बताया कि डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय में लगभग 30 से 40 मरीज प्रतिदिन हृदय रोग से पीड़ित आते हैं l