फर्रुखाबाद: तीसरे दिन बुधवार को भी जिले भर के एंबुलेंसकर्मी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों ने लोहिया अस्पताल के बाहर एबुलेंस खड़ी कर धरना प्रदर्शन किया। तीन दिनों से एंबुलेंस कर्मियों की हड़ताल से मरीजों, गर्भवती को अस्पताल लाने में काफी दिक्कतें हुई। लोग प्राइवेट एंबुलेंस, टेम्पों, बाइक आदि से मरीजों को अस्पताल लेकर पहुंचे। वहीं एंबुलेंस कर्मियों से चाबी जमा करानें पंहुचे अधिकारीयों नें उन्हें जेल भेजने की धमकी दे डाली| जिससे मामला और बिगड़ गया| जिससे जमकर हंगामे के बीच संगठन के जिलाध्यक्ष कश्मीर कनौजिया की हालत बिगड़ गयी| उन्हें लोहिया अपस्ताल में भर्ती किया गया|
दूसरी कंपनी का टेण्डर होने के बाद 1200 कर्मियों को हटाने के विरोध में तथा एनएचएम में शामिल करने की मांग को लेकर जिले के सभी 108, 102 एंबुलेंस के कर्मी बुधवार को तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। जिससे एबुलेंस कर्मी नें लोहिया अस्पताल परिसर में एंबुलेंस खड़ी कर धरना, प्रदर्शन किया।
हक की लड़ाई लड़ रहे एम्बुलेंस कर्मियों का प्रदर्शन जारी था| इसी बीच नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य, सीएमओ डॉ० सतीश चन्द्रा व लोहिया अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. राजकुमार गुप्ता, सीओ नितेश कुमार, कोतवाली प्रभारी वेद प्रकाश पाण्डेय भारी पुलिस बल के साथ एंबुलेंस कर्मियों से वार्ता की| जिससे अधिकारियों नें उनसे एम्बुलेंस की चाबी जमा करनें के लिए कहा| वह तैयार भी हो गये लेकिन चाबी सौपनें का पत्र भी लिख लिया गया था इसी बीच वार्ता के दौरान ही अधिकारियों नें कर्मियों को जेल भेजनें की धमकी दी| जिससे वह पुन: आक्रोशित हो गये| और उन्होंने जमकर हंगामा किया|
जिलाध्यक्ष नें कश्मीर कनौजिया नें कहा कि कोरोना काल में अपना और परिवार का जान जोखिम में डाल कर दिन रात्रि ड्यूटी करने वाले 1200 कर्मियों को हटा दिया गया है। एक तरफ कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया जा रहा है और दूसरी तरफ उन्हे नौकरी से हटाया जा रहा है। 108 की 22 एंबुलेंस और 102 की 21 एंबुलेंस और तीन एएलएस एंबुलेंस हैं। फोन पर एबुलेंस मरीजों, घायलों को सरकारी अस्पतालों पर पहुंचाते है। प्रत्येक एबुलेंस पर दो-दो चालक व टेक्निशियन तैनात रहते हैं। अब जेबीके की जगह जिज्ञासा हेल्थ केयर को एबुलेंस चलवाने की जिम्मेदारी मिली है।
हंगामे के दौरान जिलाध्यक्ष की हालत बिगड़ी
अधिकारियों के सामने हंगामा कर रहे एंबुलेंस कर्मियों नें शोषण का आरोप लगाया| इसी बीच जिलाध्यक्ष कश्मीर कनौजिया की हालत बिगड़ गयी|वह बेहोश होकर मौके पर ही गिर गये| जिससे हंगामा और बढ़ गया| उन्हें एंबुलेंस के साथियों नें गम्भीर हालत में हाथों पर उठाकर लोहिया अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया
एंबुलेंस कर्मियों नें अधिकारियों के सामने उन्हें मिले कोरोना योद्धा सम्मान के प्रमाण पत्रों को आग के हबाले कर दिया| कर्मियों नें कहा कि जो सम्मान बेरोजगार कर दे वह सम्मान नही चाहिए| नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य से इस सम्बन्ध में वार्ता का प्रयास किया गया लेकिन फिलहाल उन्होंने बात करनें से इंकार कर दिया| उन्होंने बताया कि पूरी प्रक्रिया होनें के बाद ही वार्ता की जायेगी| फर्रुखाबाद :संवाददाता धर्मवीर सिंह