कर्नाटक सरकार की कड़ी कार्यवाही, लव जिहाद पर लगाएगी रोक

कर्नाटक के मंत्री आर अशोक ने बुधवार को लव जिहाद पर रोक लगाने के साथ इसमें शामिल लोगों को जेल में बंद करने की धमकी दी। उन्‍होंने कहा, ‘राज्‍य सरकार किसी भी कीमत पर लव जिहाद पर रोक लगाएगी। इसमें शामिल लोगों को हम कैद की सजा देंगे। इन्‍हें सेंट्रल जेल में बंद किया जाएगा। इसका विरोध करने वाले सिद्दरमैया कौन होते हैं, क्‍या वे सरकार चला रहे हैं। यह भाजपा सरकार है जो सत्‍ता में है।’ जबकि कर्नाटक हाईकोर्ट ने भी इस तरह के एक मामले की सुनवाई के दौरान यह फैसला दिया है कि अपनी पसंद से शादी करना लोगों का मौलिक अधिकार है।

दरअसल, मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने कहा था कि यदि ‘लव जिहाद’ और गोवध के खिलाफ राज्य सरकार आगामी शीतकालीन सत्र में कानून लाने का प्रयास करती है तो कांग्रेस उसका विरोध करेगी। बता दें कि ‘लव जिहाद’ शब्‍द का इस्‍तेमाल मुसलमानों द्वारा प्रेम की आड़ में हिंदू लड़कियां को जबरन धर्मांतरण कराने के लिए कथित रूप से चलाये गये अभियान के लिए करते हैं।
पिछले महीने राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने लव जिहाद के लिए सरकार की ओर से सहमति से इनकार किया था और इसपर रोक के लिए सख्त कदम उठाने की भी बात कही थी। उत्तर प्रदेश में हाल में ही लागू किए गए कानून के अनुसार, लव जिहाद मामले को गैर कानूनी धर्मांतरण माना जाएगा और इसमें संलिप्‍त दोषियों को 5 से 10 साल की सजा मिलेगी।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ