बिजनेसमैन राज कुंद्रा इस वक्त अपनी फिल्म UT-69 की वजह से चर्चा में हैं। इस फिल्म में खुद राज कुंद्रा ने अपना रियल लाइफ किरदार निभाया है। पोर्नोग्राफी केस में फंसने के बाद जेल में उनके साथ क्या हुआ। उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी और बच्चों पर इसका क्या प्रभाव पड़ा। इस फिल्म में राज ने वो सारी चीजें दिखाने की कोशिश की है। केस में फंसने के बाद सबसे ज्यादा नुकसान शिल्पा को हुआ था। उनके हाथ से कई ब्रांड्स निकल गए। मीडिया में गलत तरीके से उनका नाम उछाला गया। उन्हें बेवजह टारगेट किया गया। राज ने जेल में कुल 63 दिन बिताए थे। ये उनकी लाइफ के सबसे खराब 63 दिन थे। जेल के शुरुआती दिनों में उनको सुसाइड के ख्याल भी आते थे।
राज ने कहा कि जेल का खाना खाने से उन्हें डायरिया हो जाता था। पानी इतना गंदा था कि गैस की समस्या हो जाती थी। कैदी कमरे में ही बीड़ी पीते थे, इससे बहुत बड़ा नुकसान हो सकता था। जेल में गर्मी बहुत होती थी, फैन ही एकमात्र सहारा था। आर्थर रोड जेल में संजय दत्त ने सजा काटने के बाद काफी सारे फैन लगवाए थे। राज इसके लिए संजय दत्त को हर रोज दुआएं देते थे।
राज ने कहा- जब मेरा नाम इस केस में आया तो शिल्पा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। उनके पास गिने-चुने ब्रांड्स थे। वो भी हाथ से निकल गए। शिल्पा और बच्चों को भी बुरा-भला बोला गया। मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि इसमें उनकी क्या गलती थी।
शिल्पा की एक अलग पहचान है। उन्हें इस मामले में खींचने की कोई जरूरत नहीं थी। मीडिया के एक समूह ने भी मेरे साथ सही नहीं किया। मेरा मीडिया ट्रायल किया गया। ‘शिल्पा का पति’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है। इससे कहीं न कहीं शिल्पा को काफी ठेस पहुंची थी।
पानी वाली दाल मिलती थी, 4500 रुपए में पूरे महीने का का चलाना पड़ता था
जेल में रहने के दौरान किन-किन दिक्कतों का सामना करना। जवाब में राज ने कहा- खाने-पीने की सारी दिक्कतें थीं। पानी वाली दाल मिलती थी। खाने के बाद डायरिया हो जाता था। वहां का पानी ऐसा था कि पीने के बाद गैस की समस्या हो जाती थी।
मैं मिनरल वाटर खरीद कर पीता था। हर कैदी को 4500 रुपए मिलते थे। उसी में पूरे महीने का काम चलाना पड़ता था। महीने में दो बार कैंटीन जाने का मौका मिलता था। मैं एक बार में खाने-पीने का सामान खरीद लेता था। खाना बिल्कुल स्वादहीन होता था। मैं मसाले वगैरह खरीद लेता था, खाने में मिलाकर खाता था।
राज कुंद्रा ने कहा कि जेल के शुरुआती 10 दिनों में उनके अंदर सुसाइड करने तक के ख्याल आए थे। राज ने कहा- मैं अंदर से बिल्कुल टूट चुका था। सोचता था कि आखिर मैंने किसी का क्या बिगाड़ा है। मेरा कोई सोशल सर्कल नहीं है। मेरे दोस्त भी लिमिटेड हैं, मेरे जीवन में बीवी बच्चों और माता-पिता के अलावा बाकी कोई नहीं है। जब मैं जेल से बाहर निकला तो पापा मुझे देख कर रोने लगे। मैं भी अपने बच्चों से लिपटकर रोने लगा।
मुझे समय में नहीं आया कि मेरे साथ हुआ क्या। ऐसा लगा जैसे पिछले जन्म में कुछ पाप किया है जिसकी सजा मिल रही है। मैं पहले नास्तिक हुआ करता था। जेल जाने के बाद भगवान के प्रति श्रद्धा बढ़ गई। अब 9 दिन का व्रत रखता हूं।
राज ने कहा कि जेल में लोग बीड़ी पीते थे, इससे काफी समस्याएं होती थीं। उन्होंने जेल के ऑफिसर से बीड़ी पीने को लेकर नियम बनाने की बात की थी। राज ने कहा- जेल में लोगों को बीड़ी पीने की आजादी मिलती है।
हालांकि मुझे इससे दिक्कत होती थी। लोग बीड़ी पीते थे और वहीं फेंक देते थे। एक ही रूम में काफी ज्यादा लोग रहते थे। अगर वो बीड़ी किसी चादर वगैरह पर गिरती तो आग लग सकती थी। इससे एक बार में कई लोग अपनी जान गंवा देते। इसके बाद वहां एक स्मोकिंग एरिया बनाया गया, जहां कोई भी कैदी आराम से जाकर धूम्रपान कर सकता है।
जेल में खुद को बिजी रखने के लिए राज कुंद्रा क्या करते थे। इसके जवाब में उन्होंने कहा- दिन भर में एक टाइम स्लॉट मिलता था, उसमें हम टीवी देख सकते थे। हफ्ते में एक बार कैरम खेल सकते थे। लूडो खेलने का भी विकल्प था।
राज कुंद्रा ने कहा कि जेल में अंदर का तापमान हमेशा हाई रहता था। जिसकी वजह से वहां बहुत गर्मी होती थी। राज ने कहा- फैन बंद होने पर काफी गर्मी होती थी। पांच मिनट के लिए फैन बंद हो जाए तो पसीने से तर-बतर हो जाया करते थे। फिर समझ में आता था कि हम किस एरिया में रह रहे हैं।
अगर फैन नहीं रहते तो हमारा जीना मुश्किल था। इसके लिए मैं संजय दत्त जी का बहुत शुक्रगुजार हूं। आर्थर रोड जेल में उन्होंने काफी सारे पंखे लगवाए हैं। मैं इसके लिए जेल में हर रोज उन्हें दुआएं देता था।
शिल्पा नहीं चाहती थीं कि राज अपने ऊपर फिल्म बनाएं। हालांकि राज अपनी कहानी को दुनिया की नजर में लाना चाहते थे। राज ने कहा- शिल्पा ने मुझसे कहा कि पब्लिक मेमोरी शॉर्ट होती है, एक वक्त के बाद लोग आपकी बात भूल जाएंगे। हालांकि मेरे अंदर एक दर्द था। मैंने जो फेस किया, उसे दुनिया के सामने लाना चाहता था
मुझे सिर्फ आरोपी बनाया गया था, अपराध सिद्ध नहीं हुआ था। इसके बावजूद मेरे साथ जितना बुरा सलूक होना चाहिए, उतना हुआ। हालांकि शिल्पा ने जब फिल्म देखी तो कुछ समय के लिए भूल गईं कि मैं उनका पति हूं। शिल्पा ने इस फिल्म में मुझे हसबैंड के तौर पर नहीं बल्कि उस आदमी को देखा, जिसने ये सारी चीजें फेस की हैं। फिल्म देखने के बाद वे काफी ज्यादा रोने भी लगीं।
क्या फिल्म में शिल्पा शेट्टी का भी थोड़ा-बहुत रोल होना चाहिए था? इसके जवाब में राज ने कहा- जेल में रहने के दौरान मेरी और शिल्पा की मुलाकात नहीं हो पाई थी। फोन पर ही बातें होती थीं। फिल्म में हमारा टेलीफोनिक टॉक दिखाया गया है। आपको उनकी आवाज सुनने को जरूर मिलेगी। हम कहानी को रियल रखना चाहते थे। जो रियलिटी में हुआ है, फिल्म में वही दिखाया गया है।
जेल में जाने के 10 दिनों बाद मैंने शिल्पा से फोन पर बात की। इसके पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि हम दोनों ने इतने दिनों तक बात न की हो। दूर रहने पर भी हम दिन में चार से पांच बार वीडियो कॉल जरूर करते थे। शिल्पा को जब जेल से पहली बार कॉल किया, वो मोमेंट हम दोनों के लिए काफी मुश्किल था।
एक हफ्ते पहले राज कुंद्रा की फिल्म UT-69 का ट्रेलर रिलीज हुआ है। यहां UT का मतलब अंडर ट्रायल है और 69 इसलिए क्योंकि यह राज कुंद्रा का कैदी नंबर था।
फिल्म के डायरेक्टर शहनवाज अली ने कहा कि शुरुआत में राज कुंद्रा एक किताब लिखना चाहते थे। उन्होंने अपनी पूरी कहानी लिख ली थी। शहनवाज ने राज से कहा कि इस स्टोरी पर बुक नहीं, फिल्म बननी चाहिए। हालांकि समस्या यह थी कि फिल्म में एक्टर किसे लिया जाए।
शहनवाज ने कहा कि खुद राज ही अपना रोल अच्छे से निभा सकते हैं। इसलिए उन्होंने राज को उनका खुद का ही कैरेक्टर प्ले करने के लिए तैयार कर लिया। शहनवाज ने राज की स्टोरी को फिल्म की स्क्रिप्ट में तब्दील कर दिया।
राज कुंद्रा को जुलाई 2021 में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पोर्न फिल्में बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस केस में राज का नाम तब सामने आया था, जब कुछ मॉडल और स्ट्रगलिंग एक्ट्रेसेस ने उन पर जबरन अश्लील फिल्में बनाने का आरोप लगाया।
जांच करते हुए पुलिस ने राज के ठिकानों पर छापा मारने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। इस केस में उन्हें 2 महीने की जेल हुई थी। कोर्ट की कार्यवाही लंबी होने के कारण राज को सितंबर 2021 में मुंबई सेशन कोर्ट से बेल मिल गई थी।