दिनदहाड़े किडनैप करके लखनऊ में एक लड़की की हत्या कर दी गई

लखनऊ में एक लड़की को दिनदहाड़े किडनैप करके हत्या कर दी गई। सोमवार दोपहर उसकी लाश बंथरा के अमावा जंगल में मिली। लड़की की चीख-पुकार सुनकर लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने 1 संदिग्ध को पकड़कर पीट दिया फिर पुलिस के हवाले किया।
जांच में सामने आया कि लड़की के दांत टूट चुके थे। उसके सिर और गले पर चोट के निशान थे। दुपट्‌टा गले पर लिपटा हुआ था। अंदेशा है कि उसी से गला घोंटा गया है। लड़की के भाई ने 4 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। हत्या कैसे की गई? इसके लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
सरोजनीनगर के गहरू की गांव में रहने वाले रवि के मुताबिक, उसकी बहन मोनी कश्यप (24) सोमवार सुबह 11 बजे जॉब इंटरव्यू देने के लिए निकली थी। उसको नादरगंज जाना था। दोपहर 3 बजे के करीब उसकी हत्या की सूचना मिली। लोगों का कहना है कि अमावा के जंगल में उसकी चीखें सुन कुछ लोग बचाने के लिए पहुंचे थे। वहां 4 लोग ई-रिक्शा लेकर भाग रहे थे। इसमें से भीड़ ने एक युवक को पकड़ लिया। कहा जा रहा है कि उसने साथियों के साथ मिलकर बहन की हत्या की है।
रवि ने आरोप लगाए कि हत्यारों ने मेरी बहन की बेहरमी से हत्या की है। उन लोगों ने मारपीट करके उसके दांत तक तोड़ दिए। चीखने पर उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। यही नहीं उसके गाल, सिर और गले पर भी चोट के गहरे निशान हैं।
DCP साउथ विनीत जायसवाल के मुताबिक,”मौके से पकड़े गए युवक की पहचान बंथरा के रामदासपुर गांव में रहने वाले रूप प्रकाश यादव उर्फ छोटू के रूप में हुई है। उससे पूछताछ कर घटना से जुड़ी जानकारी एकत्र की जा रही हैं। अभी दुष्कर्म के साक्ष्य नहीं मिले हैं।”
पूछताछ में आरोपी रूप प्रकाश बार-बार बयान बदल रहा है। ग्रामीणों ने उसको अकेले ही देखा है। जबकि उसका कहना है कि बंथरा के मवई इलाके में लड़की को सवारी के तौर पर बैठाया था। लड़की को अमावा के पास जाना था। वहां पर उसको छोड़ भी दिया।

रूप प्रकाश के मुताबिक, किन्हीं 3 लोगों ने उसको मार दिया। चीख-पुकार सुनकर वो वहां उसको बचाने गया था। मदद के लिए पहुंचने पर लोगों ने कातिल समझ लिया। मृतका के भाई रवि की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी रिक्शा चालक रूप प्रकाश पर नामजद और तीन अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी रूप प्रकाश 2017 में 9 साल के बच्चे के साथ कुकर्म के बाद हत्या मामले में जेल जा चुका है। तब वह नाबालिग था। साढ़े तीन साल बाद जमानत पर छूटा है। इसलिए आरोपी के लड़की को जंगल में ले जाने से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
वहां विरोध पर उसने उसको मार दिया। इसमें उसके साथी शामिल थे या नहीं इसकी जांच की जा रही है। पिछली बार भी पकड़ने जाने पर बयान बदलता रहा था और पूछताछ में अपने ही पिता का नाम ले लिया था। फिलहाल एरिया के CCTV भी देखे जा रहे हैं, ताकि सबूत जुटाए जा सकें।