प्रयागराज- प्रयागराज में भारी वर्षा /आंधी/ तूफान एवं वज्रपात के दृष्टिगत आवश्यक दिशा निर्देश

प्रयागराज

भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त पूर्व चेतावनी के अनुसार दिनांक-28.06.2023 से दिनांक-30.06.2023 तक जनपद प्रयागराज में भारी वर्षा, आंधी/तूफान एवं वज्रपात की सम्भावना व्यक्त की गयी है। उक्त के दृष्टिगत जनपद में होने वाली भारी वर्षा, आंधी/तूफान एवं वज्रपात हेतु निम्नवत दिशा निर्देश (एडवाइजरी) जारी किये जाते हैः-

  1. जब भी रेतीले तूफान या धूल भरी आंधीयों का सामना हो तो हमेशा आंखों को ढककर रखें, सबसे पहले मास्क लगाएं और फिर आंखों में गॉगल्स (चश्मा) पहन लें अपने शरीर के अंगों को भी ढक कर रखे ताकि धूल के कारण इंफेक्शन न हो।
  2. अगर आप तूफान में फंस जाते हैं तो सबसे पहले अपने लिए किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाये।
  3. अगर घर के अंदर हैं तो भूलकर भी खिड़की के पास न खडे रहें।
  4. खिड़कियों और दरवाजों के अच्छी तरह बंद करने के बाद इनके आसपास कोई भारी सामान रख दीजिए, जिसके कारण वो खुलेंगे नहीं।
  5. अगर आप कार में हैं तो कार के शीशे बन्द करले और किसी सुरक्षित स्थान पर अपनी कार को खडी कर ले।
  6. तूफान के वक्त गाड़ी के अंदर रेडियो न चलाएं, ऐसा करने से आप आकाशीय विद्युत की चपेट में आ सकते हैं।
  7. तूफान के वक्त नहाने से बचना चाहिए क्योंकि पानी में करंट सबसे तेजी से फैलता है, कोशिश करें कि पानी से दूर ही रहें।
  8. आंधी-तूफान जैसी स्थितियों से बचने का सबसे बेहतर विकल्प होता है कि आप इस दौरान अपने घरों से बाहर न निकलें, अगर ऑफिस में हैं तो बारिश के बंद होने का इंतजार करें।
  9. अगर घर से निकलना बहुत जरूरी है तो मौसम की जानकारी और अपडेट के साथ ही बाहर निकलें और मोबाइल पर पल-पल की जानकारी लेते रहें।
  10. अन्य किसी समस्या में आपदा कन्ट्रोल सेन्टर के नम्बर 0532-2641577, 0532-2641578, 9454417842 एवं 7524521390 पर सम्पर्क करें।
  11. समस्त राजकीय चिकित्सालय, पी0एच0सी0 एवं सी0एच0सी0 सभी अस्पताल अलर्ट पर रहें। ट्रामा मैनेजमेंट, सर्पदंश, बिजली के झटके एवं जल जनित रोगो के उपचार की व्यवस्था अपने चिकित्सालयों पर सुनिश्चित करे लें। आकस्मिक सेवाओं में तैनात अधिकारी/कर्मचारी डयूटी पर उपस्थित रहेें। औषधियों आदि की व्यवस्था, रोगी वाहन की व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाय।
  12. आकाशीय विद्युत से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव एवं पूर्व चेतावनी हेतु दामिनी ऐप का प्रयोग करें।
  13. पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें।
  14. मौसम की जानकारी हेतु रेडियो आदि प्रसारण माध्यमों से जानकारी लेते रहे।
  15. फसलों की सुरक्षा हेतु पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कर लें।
  16. राष्टीªय इन्टीग्रेड आपदा चेतावनी पोर्टल (सचेत) ऐप को डाउनलोड कर ऐप का प्रयोग करें।