ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी का गुरुवार को लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को देहांत हो गया। पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष को इलाज के लिए रायबरेली से लखनऊ लाया गया था। लखनऊ के डालीगंज स्थित नदवा मदरसा में 93वें साल के मौलाना रवि हसन नदवी ने आखिरी सांस ली है।
अरबी भाषा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। 1993 में उन्हें दारुल उलूम नदवतुल उलेमा का मुहतमिम (वाइस चांसलर) नियुक्त किया गया। 1999 में उन्हें नदवा का चांसलर नियुक्त किया गया था। जून 2002 में हैदराबाद में हजरत मौलाना काजी मुजाहिदुल इस्लाम कासमी (रहमतुल्लाह अली) की मृत्यु के बाद उन्हें सर्वसम्मति से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया था।
मौलाना राबे हसनी नदवी का जन्म 1 अक्टूबर 1929 को यूपी के रायबरेली में हुआ था। नदवी ने रायबरेली में अपने परिवार मकतब से प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की और उच्च अध्ययन के लिए दारुल उलूम नदवतुल उलमा में शामिल हो गए। 1949 में पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें दारुल उलूम नदवतुल उलेमा में सहायक शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया।