टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय और पहले भारतीय पुरुष एथलीट बन गए हैं. नीरज ने भालाफेंक स्पर्धा में 88 . 13 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता.
भारतीय स्टार जेवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा ने इतिहास रच दिया है. नीरज ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता है. 24 वर्षीय नीरज इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीतने पहले भारतीय बन गए हैं. इसके साथ ही भारत का इस चैंपियनशिप में 19 साल से चला आ रहा पदकों का सूखा भी खत्म हो गया.नीरज चोपड़ा ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था और निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले वह पहले भारतीय हैं. पीटर्स ने 90 . 21 मीटर से शुरुआत की और उनका उसके बाद 90 . 46 , 87 . 21, 88.11, 85 . 83 मीटर के थ्रो फेंके. पांच प्रयासों के बाद ही उनका स्वर्ण सुनिश्चित हो गया था लेकिन उन्होंने छठा थ्रो 90 . 54 मीटर फेंका जो उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा.इससे पहले भारत के लिए वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एकमात्र पदक 2003 में पेरिस में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में कांस्य जीता था. फाउल से शुरुआत करने वाले चोपड़ा ने शानदार वापसी करते हुए दूसरे प्रयास में 82 . 39, तीसरे में 86 . 37 और चौथे प्रयास में 88 . 13 मीटर का थ्रो फेंका जो सत्र का उनका चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उनका पांचवां और छठा प्रयास फाउल रहा.नीरज चोपड़ा ने इस सत्र में दो बार पीटर्स को हराया था जबकि पीटर्स जून में डायमंड लीग में विजयी रहे थे. पीटर्स अब सत्र में छह बार 90 मीटर से अधिक का थ्रो फेंक चुके हैं जबकि चोपड़ा अभी तक यह बाधा पार नहीं कर पाए हैं.नीरज चोपड़ा ने ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में शुरुआत की और 88 . 39 मीटर का थ्रो फेंका था जो उनके कैरियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ थ्रो था. गत चैम्पियन पीटर्स ने ग्रुप बी में 89 . 91 मीटर का थ्रो लगाकर पहला स्थान हासिल किया था.नीरज के अलावा रोहित यादव भी फाइनल का हिस्सा थे. वह ग्रुप बी में 80 . 42 मीटर का थ्रो फेंककर छठे स्थान पर और कुल 11वें स्थान पर रहे थे. उनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 82 . 54 मीटर है जो उन्होंने राष्ट्रीय अंतर प्रांत चैम्पियनशिप में पिछले महीने हासिल करके रजत पदक जीता था. रोहित ने 10वें स्थान पर रहे