यूक्रेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने न्यूक्लियर वॉर इवैक्युएशन ड्रिल का आदेश दिया है। ब्रिटेन की कई मीडिया रिपोर्टों में टेलीग्राम चैनलों के हवाले से यह दावा किया गया है। एक तरफ, जहां रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने को लेकर बातचीत जारी है, वहीं दूसरी तरफ इस वॉर में न्यूक्लियर बम के इस्तेमाल होने का खतरा बढ़ने की आशंका है।
ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि पुतिन परमाणु युद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। न्यूक्लियर वॉर इवैक्युएशन ड्रिल की रिपोर्ट ने क्रेमलिन के अधिकारियों को झकझोर दिया है। दरअसल, एक दिन पहले ही रूसी सैनिकों ने पश्चिमी यूक्रेन पर हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमला किया है। इस हमले में यूक्रेन का हथियारों से भरा अंडरग्राउंड स्टेशन तबाह हो गया है। यूक्रेन ने भी दावा किया है कि रूसी हमले में अब तक 112 मामूमों की जान जा चुकी है।
क्रेमलिन की सीनियर राजनीतिक हस्तियों को खुद पुतिन ने चेतावनी दी है कि वे न्यूक्लियर वॉर इवैक्युएशन ड्रिल में भाग लेंगे। पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव पर अब रूस की सुरक्षा की बड़ी जिम्मेदारियों हैं। मेदवेदेव और संसद के दो सदनों के वक्ताओं (व्याचेस्लाव वोलोडिन और वेलेंटीना मतविएन्को) को परमाणु युद्ध के बारे में जानकारी दी गई है
पुतिन के परिवार के सदस्यों के बारे में बहुत कुछ नहीं पता है। रिपोर्टों में दावा किया गया कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होते ही पुतिन ने तत्काल अपने परिवार के अज्ञात सदस्यों को साइबेरिया भेज दिया। यहां अल्ताई पर्वत को हाई-टेक भूमिगत बंकर में बदल दिया गया है, जो पूरी तर भूमिगत शहर है। ऐसा कहा जा रहा है कि पुतिन के परिवार के लोग इसी बंकर में रह रहे हैं।