पेगासस जासूसी कांड पर संसद में जारी घमासान को विपक्ष ने जायज ठहराते हुए इस पर दोनों सदनों में चर्चा कराए जाने की अपनी मांग से कोई समझौता नहीं करने का एक बार फिर साफ संदेश दे दिया है। विपक्ष के तेवरों के चलते संसद में लगातार 13वें दिन गतिरोध बना रहा तो सरकार ने आर्थिक सुधार समेत कुछ बड़े विधेयकों को पेश कर इन्हें पारित कराने की गति बढ़ा दी है। जासूसी कांड पर मचे संग्राम की अनदेखी कर अहम विधेयकों को पारित कराए जाने के सरकार के इस रुख का भी विपक्ष ने कड़ा विरोध किया है। वहीं बिना किसी सुबूत के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश को पेगासस विवाद में घसीटने पर भाजपा भड़क गई है
लोकसभा में कांग्रेस ससंदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के टैक्स सुधार कानून में संशोधन संबंधित बिल पेश किए जाने पर एतराज जताते हुए कहा कि दिन की कार्यसूची में इसका उल्लेख नहीं था। अचानक अतिरिक्त कार्यसूची में इसे शामिल कर संसदीय लोकतंत्र की परंपरा को ध्वस्त किया जा रहा है। चौधरी ने कहा कि संसद में गतिरोध के बीच सरकार आनन-फानन में औसतन सात मिनट में एक विधयेक पारित कर रही है। आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन ने भी टैक्स सुधार संशोधन बिल पेश किए जाने का विरोध किया।
हालांकि विपक्ष के हंगामे और एतराज के बावजूद लोकसभा में दोनों बिल पेश हो गए और सदन पूरे दिन के लिए स्थगित हो गया। राज्यसभा में भी पेगासस कांड पर बहस को लेकर विपक्ष काफी उत्तेजित नजर आया और बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के छह निलंबित सदस्यों के सदन स्थगित होने के बाद के व्यवहार पर भी हंगामा हुआ। सदन कई बार स्थगित भी हुआ। हंगामे के बीच नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पेगासस जासूसी कांड बेहद गंभीर मसला है और इस पर विपक्षी दलों की बहस की मांग जायज है।