त्रिस्तरीय पंचायत उप-चुनाव के लिए उस शिक्षक की भी ड्यूटी लगा दी गई जिसकी कुछ दिनों पहले चुनावी ड्यूटी करने से कोविड के चलते मौत हो गई थी। असंवेदनशील प्रशासन ने मृत शिक्षक के नाम चुनावी ड्यूटी स्लिप भी जारी कर दी। जिसमें मृत शिक्षक को बृहस्पतिवार से आयोजित प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेने के निर्देश दिए गए। इसी तरह चुनावी ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजिटिव दूसरे कर्मचारियों की भी ड्यूटियां लगाई गई हैं।
रिक्त ग्राम प्रधान समेत ग्राम पंचायत सदस्य पदों के लिए इन दिनों उप-चुनाव कराए जा रहे हैं। इसको देखते हुए चुनावी ड्यूटियां लगाए जाने का काम शुरू हुआ। मगर बीते बुधवार को हैरतअंगेज तरीके से पिछले माह कोविड से मृत बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक अध्यापक सौरभ कुमार तलैया के नाम से उप-चुनाव में चुनावी ड्यूटी संबंधी परवाना घर पहुंच गया। इस परवाने ने उनके परिजनों के जख्म फिर ताजे कर दिए।
जिलाधिकारी की ओर से जारी इस ड्यूटी पत्र में दिवगंत सौरभ को विकास खंड मोंठ की पोलिंग पार्टी संख्या- 81 में मतदान अधिकारी प्रथम के तौर पर ड्यूटी लगाई गई। उनको 10 जून को प्रशिक्षण के लिए दोपहर 12 से एक बजे के बीच दीनदयाल सभागार में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए। ऐसा न करने पर निर्वाचन ड्यूटी से अनुपस्थित मानते हुए कार्रवाई तक का अल्टीमेटम दे दिया गया। वहीं, इसकी जानकारी मिलने पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष कुलदीप द्विवेदी ने रोष जताया है। उनका कहना है बहुत संभव है दूसरे मृत कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई हो, लेकिन वह अभी तक सामने नहीं आए हैं। उनका कहना है कि कोविड पॉजिटिव कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगा दी गई है।