डलमऊ/ रायबरेली:1 सप्ताह पूर्व प्रेम प्रसंग के चलते मासूम की हत्या का मामला अभी लोगों के जहन से नहीं निकला था, कि एक और मासूम की हत्या ने लोगों को झकझोर कर रख दिया .गांव में एक ही चर्चा बन गई .आखिर मासूम की किसी से दुश्मनी क्यो हो सकती है? डलमऊ कोतवाली क्षेत्र के भगवंत नगर मजरे कंधरपुर में बीते गुरुवार शाम को एक 7 वर्षीय मासूम का घर के पीछे संदिग्ध अवस्था में शव पाया गया. मासूम के गले में चोट के निशान थे. जिससे जाहिर हो रहा था कि उसकी हत्या गला दबाकर की गई है. गांव निवासी रामविलास अपनी पत्नी रामादेवी के साथ गुरुवार 4:00 बजे खेतों में गेहूं काटने के लिए निकले थे. उनका बेटा अरविंद उर्फ आयुष भी पीछे हो लिया लेकिन कुछ दूर जाने पर मां ने समझा-बुझाकर बेटा को वापस भेज दिया. बेटा वापस आ गया रामविलास और उसकी पत्नी खेतों में चले गए. शाम को जब वापस पहुंचे तो आयुष घर पर नहीं था. उसकी छोटी बहन शालिनी ने मां से पूछा कि भैया कहां ?तो आयुष की खोजबीन शुरु हो गई. परिवारी जन व पड़ोसी खोजने लगे उसका कहीं पता नहीं चला. आसपास खेतों की तरफ व पास स्थित तालाब में खोजबीन की गई कहीं पता नहीं चला. तभी घर के पीछे लोगों को आयुष का शव दिखाई पड़ा, देखा गया तो गले पर चोट के निशान थे. सूचना पुलिस को दी गई मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया. रामविलास का बड़ा बेटा सचिन बाहर रहकर मजदूरी करता है. उसकी एक 16 वर्षीय बेटी शिवानी है. वही गांव वाले दबी जुबान से प्रेम प्रसंग में बाधा बनने पर मासूम की हत्या की वजह बता रहे है. ग्रामीणों की माने तो अभी कुछ दिन पूर्व रामविलास की बड़ी बेटी शिवानी 2 दिन घर से गायब थी. कहीं ऐसा तो नहीं आयुष को उसकी बहन के प्रेम प्रसंग की जानकारी रही हो और राज खुल न जाए इसलिए उसकी हत्या की गई.