भारत रत्न लता मंगेशकर व तेंदुलकर से माफी मांगे सोनिया और राहुल, भाजपा ने छवि धूमिल करने का लगाया आरोप

नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन पर चल रही बहस के बीच भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भारत रत्न लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया और उनसे माफी को कहा। भाजपा विधायक राम कदम ने ट्वीट करके कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी भारत रत्न लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर की छवि धूमिल करना बंद करें और इनसे माफी मांगे। कांग्रेस दल के नेता और कार्यकर्ता भारत रत्नों का अपमान कर रहे हैं। 

भाजपा विधायक ने ट्विटर पर पोस्ट किए एक पत्र में कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं की ओर से हमारे भारत रत्न जैसे सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर की छवि खराब करने की रणनीतिक कोशिश की गई है। ये दिग्गज हैं और अत्यंत ईमानदारी से इन्होंने देश की सेवा की है। इस देश के प्रति इनके समर्पण को कभी कम करके नहीं आंका जा सकता और न ही सवाल उठाया जा सकता है। दुर्भाग्य से, कई कांग्रेसी नेता इन दिग्गजों की छवि खराब करने कोशिश कर रहे हैं।

भाजपा नेता ने आगे विपक्षी दलों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल करने के लिए प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विदेशी सितारों के समर्थन के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान हासिल करने के लिए विपक्षी दलों का प्रोपेगेंडा उजागर हुआ है। देश की छवि जब ऐसे लोगों ने धूमिल करने की कोशिश की, जिन्हें हमारे देश  के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो यह हमारे दिग्गज लोग आगे आए और देश के प्रति एकजुटता दिखाई। 

बता दें कि अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना और जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के किसानों के विरोध के समर्थन में ट्वीट किया था। इस पर सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर समेत कई प्रमुख हस्तियों ने ट्वीट करके समर्थन किया था। इसे लेकर इनकी काफी आलोचना और विरोध हुआ।

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक
-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं
कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.
-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g
आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ