आजमगढ़:मुबारकपुर के युवा शाह फैसल ने कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट पर बैठकर 3 लाख 20 हज़ार रुपए जीता

मुबारकपुर नगर के शाह फैसल ने राष्ट्र के प्रसिद्ध एपिसोड कौन बनेगा करोड़पति में अपनी मैदा की बदौलत शामिल होकर मुबारकपुर सहित पूरे जनपद का नाम रोशन कियआ। शूटिंग पहले ही पूरी किया था आज मुबारकपुर पहुंचने पर नगर के लोगों में भव्य स्वागत किया स्वागत करने वालों में सपा के राष्ट्रीय सचिव कोलकाता कारोबारी मोहम्मद दानिश उर्फ डी के भाई के नेतृत्व में स्वागत हुआ ।

शाह फैसल ने यह साबित कर दिया कि यहां के बुनकरों के हाथों में हुनर ही नहीं बल्कि काबिलियत भी है जिसके सहारे बुलंदियों पर जाया जा सकता है सोमवार की रात सोनी पर प्रसारित होने वाले पॉपुलर एपिसोड कौन बनेगा करोड़पति में प्रतिभाग करने के लिए 5 प्रतियोगियों के सामने प्रश्न रखा गया जिसका सबसे कम समय मात्र 6 मिनट 8 सेकंड में उत्तर देकर शाह फैसल को इस कार्यक्रम की हॉट सीट पर बैठने का मौका मिला इस कार्यक्रम में मुबारकपुर से ऐसा लेने पहुंची सा फसल की मां जोहरा खातून की आंखें खुशी से भर गई शाह फैसल पुत्र रिजवान अहमद मुबारकपुर नगर के कटरा मोहल्ले के निवासी हैं इनके पिता रिजवान अहमद सऊदी अरब में रोजी-रोटी के सिलसिले में रहते थे वर्ष 2004 में किसी दुर्घटना में रिजवान की मौत हो गई थी ।

साह फैशल कुछ वर्ष पहले मुंबई में जाकर प्राइवेट जॉब करने लगा और साथ ही अध्ययन भी करने लगा सोमवार की रात सोनी चैनल पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम कौन बनेगा करोड़पति के शुरू होते ही नगर के जानने वाले टीवी के सामने बैठ गए रात 10:15 पर सा फसल हॉट सीट पर बैठा और कार्यक्रम का समय खत्म होने तक 2 प्रश्नों का जवाब देकर 8 सीट पर जमा हुआ था आगे का कार्यक्रम मंगलवार 9:00 बजे प्रसारित होगा जिसमें 3लाख 20 हज़ार जीत हुई उनके आवास जो मोहम्मद दानिश के भाई के निवास के पास का रहने वाला है.

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

-क्यों न्यूज़ मीडिया संकट में है और कैसे आप इसे संभाल सकते हैं

-आप ये इसलिए पढ़ रहे हैं क्योंकि आप अच्छी, समझदार और निष्पक्ष पत्रकारिता की कद्र करते हैं. इस विश्वास के लिए हमारा शुक्रिया.

-आप ये भी जानते हैं कि न्यूज़ मीडिया के सामने एक अभूतपूर्व संकट आ खड़ा हुआ है. आप मीडिया में भारी सैलेरी कट और छटनी की खबरों से भी वाकिफ होंगे. मीडिया के चरमराने के पीछे कई कारण हैं. पर एक बड़ा कारण ये है कि अच्छे पाठक बढ़िया पत्रकारिता की ठीक कीमत नहीं समझ रहे हैं.

-द दस्तक 24 अच्छे पत्रकारों में विश्वास करता है. उनकी मेहनत का सही मान भी रखता है. और आपने देखा होगा कि हम अपने पत्रकारों को कहानी तक पहुंचाने में जितना बन पड़े खर्च करने से नहीं हिचकते. इस सब पर बड़ा खर्च आता है. हमारे लिए इस अच्छी क्वॉलिटी की पत्रकारिता को जारी रखने का एक ही ज़रिया है– आप जैसे प्रबुद्ध पाठक इसे पढ़ने के लिए थोड़ा सा दिल खोलें और मामूली सा बटुआ भी.

अगर आपको लगता है कि एक निष्पक्ष, स्वतंत्र, साहसी और सवाल पूछती पत्रकारिता के लिए हम आपके सहयोग के हकदार हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें . आपका प्यार द दस्तक 24 के भविष्य को तय करेगा.
https://www.youtube.com/channel/UC4xxebvaN1ctk4KYJQVUL8g

आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ