फर्रुखाबाद: सम्प्रेक्षण गृह के किशोरों और कारागार के बंदियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में किया गया जागरुक

9 अप्रैल 2024 राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मंगलवार को केंद्रीय कारागार और राजकीय किशोर संप्रेक्षण गृह जखा में मानसिक स्वास्थ्य और तंबाकू सेवन से होने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान के बारे में किशोरों और बंदियों को जानकारी व परामर्श दिया गया l

मनोवैज्ञानिक सामाजिक कार्यकर्ता दीप्ति यादव ने कहा कि मानसिक रोग कई तरह की मानसिक समस्याओं के कारण हो सकते हैं। इसकी वजह से इंसान की मनोदशा, व्यवहार और सोच पर नकारात्मक असर पड़ता है। डिप्रेशन, चिंता और स्ट्रेस जैसी समस्याएं मानसिक बीमारी कहलाती हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को इलाज के साथ-साथ अपनों के सहयोग की भी जरूरत होती है। इसके साथ ही नियमित दिनचर्या, अपने को सृजनात्मक कार्य में सक्रिय करना, दोस्तों परिवार के लोगों के साथ गीत संगीत का आनंद लेना आदि में अवश्य करें.

इस दौरान तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ से साइकोलॉजिस्ट अमित सिसौदिया ने तंबाकू सेवन से होने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तम्बाकू का सेवन आपको शारिरिक रूप से अस्वस्थ बनाता ही है साथ ही इसके सेवन से मानसिक तनाव भी बढ़ता है l इसलिए तम्बाकू सेवन से बचें l अधिकतर लोग तंबाकू का सेवन गुटखा, या धूम्रपान के रूप में करते हैं तो क्षय रोग के भी शिकार हो सकते हैं साथ ही कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी हो सकती है l इस दौरान केन्द्रीय कारागार योग सहायक अनूप कुमार, डॉ नीरज, प्रमोद सहित अन्य लोग मौजूद रहे l