लखनऊ में HDFC बैंक के एरिया मैनेजर प्रशांत शर्मा ने सुसाइड कर लिया। गोमतीनगर के विनयखंड में रहने वाले प्रशांत का शव बुधवार शाम घर की छत पर बने कमरे में लटकता हुआ मिला। गोमतीनगर थाने की पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बॉडी को नीचे उतारा। कमरे की तलाशी में 2 पन्ने का सुसाइड नोट मिला।
इसमें लिखा था-अब मेरे लिए और दुख सहना मुमकिन नहीं है…अपनी जिंदगी जियो। मेरे जैसे इंसान के लिए जीवन बर्बाद करने की जरूरत नहीं। मैं इसके लायक नहीं। पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
इंस्पेक्टर दीपक पांडेय ने बताया कि विनयखंड-4 में रहने वाले प्रशांत शर्मा एचडीएफसी बैंक की हरदोई रोड ब्रांच में तैनात थे। बुधवार शाम ड्यूटी से घर लौटने के बाद मां अरुणा से चाय बनाने के लिए कहकर छत पर बने अपने कमरे में चले गए। कुछ देर बाद चाय के लिए परिजनों के बुलाने पर भी कोई जवाब नहीं आया। इस पर उन्होंने प्रशांत को फोन किया।
फोन नहीं उठाने पर मां अरुणा छत पर गई तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने आवाज दी, लेकिन अंदर से कुछ आहट नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने रोशनदान से झांका, तब देखा कि प्रशांत का शव पंखे के हुक में दुपट्टे के सहारे लटक रहा था।
उन्होने प्रशांत के पिता विष्णु कुमार शर्मा को फोन किया। विष्णु ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतार कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
सुसाइड नोट में लिखा किसी को पैसा न देना… सुसाइड नोट में प्रशांत ने अपने इंश्योरेंस, बैंक खातों और एटीएम के पिन से जुड़ी सभी जानकारी लिखी है। पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में लिखा है कि मेरे मरने के बाद अगर कोई पैसे लेने के लिए आते हैं तो किसी को मत देना। जो मेरे लोन चल रहे हैं, वह मेरे इंश्योरेंस की रकम से चुका देना।
साथ ही, उसने सुसाइड को सबको मौत की वजह हार्ट अटैक बताने के लिए कहा। ताकि इंश्योरेंस की रकम मिलने में कोई दिक्कत न आए। आखिर में लिखा है कि बहुत मुश्किल है, सबको छोड़ के जाना। पर सबको अब और तंग नहीं कर सकता। माफ कर देना मुझे, खुश रहना सब लोग..अलविदा सबको। बहुत दुख दिया आप सबको, प्लीज मुझे माफ करना।
पुलिस के मुताबिक, परिवार के लोगों के बयान दर्ज होने के बाद मौत के सही कारण सामने आएंगे। हालांकि, लेटर से इतना जाहिर है कि प्रशांत परेशान थे। लोन और पैसों के लेन-देन का जिक्र करने से पुलिस प्रशांत पर चल रहे लोन वगैरह के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर रही है। अभी परिवार से पुलिस को तहरीर नहीं मिली है।