दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर चर्चा के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बैठक के दौरान सभी दलों की तरफ के काफी अच्छे सुझाव मिले हैं, जिन पर सरकार अमल करेगी। उन्होंने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं सेवा करने का है, तभी जनता हमें याद रखेंगे। इस पर सभी दलों ने सहमति जताई है।
उन्होंने कहा कि छठ पूजा को लेकर पिछले कुछ दिन से राजनीति चल रही है, यह लोगों की आस्था का महापर्व है, लेकिन हम सुरक्षा को कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते। ‘आप’ की सरकार छठ पूजा के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों और विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप पानी में घुसकर एक साथ छठ पूजा करेंगे और अगर उनमें से किसी एक व्यक्ति को भी कोरोना हुआ तो आप अंदाजा भी नहीं लगा कितनी तादाद में लोग संक्रमित होंगे।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ”आज सर्वदलीय बैठक में सभी दलों का सहयोग मांगा। ये वक्त राजनीति का नहीं बल्कि सेवा का है। सभी दलों से निवेदन किया कि वे अपने कार्यकर्ताओं से सभी सार्वजनिक स्थलों पर मास्क बंटवाएं। सभी दलों ने आश्वासन दिया कि वे राजनीति छोड़कर जनसेवा करेंगे।”
जानकारी के अनुसार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा कोरोना की स्थिति पर चर्चा करने के लिए गुरुवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक हंगामेदार रही। इस दौरान कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के कामों और दावों पर सवाल उठाए।
सर्वदलीय बैठक के बाद दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि बैठक में हमने कहा कि दिल्ली सरकार को प्रोएक्टिव अप्रोच के साथ काम करना चाहिए था वो उन्होंने नहीं किया। आज से 3 महीने पहले जब गृहमंत्री अमित शाह ने टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई थी, तब अगर ये इस चीज को लगातार करते तो आज दिल्ली में जो तीसरा वेव आया उसमें जनता को परेशानी नहीं होती। इसके साथ ही इसके अलावा भाजपा ने कुप्रबंधन और बेड की संख्या में वृद्धि का मामला उठाया है।
वहीं, कांग्रेस ने बाजारों को बंद करने की बात का विरोध किया। कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से छठ पूजा पर प्रतिबंध नहीं लगाने के लिए दिल्ली सरकार को एक चिट्ठी भी दी है।
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आदर्श कुमार
संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ