ममता, अखिलेश, नीतीश, शरद… सब आए एक साथ, बीजेपी को हराने का नया फार्मूला तैयार

पटना में 12 जून को होने वाली विपक्षी दलों की एकता बैठक में BJP को हराने का फार्मूला तैयार होने जा रहा है। इसके लिए जदयू के नीतीश कुमार, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी के चीफ शरद पवार के साथ ही विपक्ष के कई बड़े चेहरे शामिल होने जा रहे हैं।
सभी विपक्षी दलों का मानना है कि अगर हम सभी एक होते हैं तो BJP को हराया जा सकता है। यह भी साफ किया गया है कि जहां जो दल मजबूत हो, वहां उसी का उम्मीदवार हो। यानी विपक्ष का एक सयुंक्त प्रत्याशी हो, जिससे कि BJP को हराया जा सके।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर सभी बड़े व छोटे दलों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जहां एक ओर भाजपा जनसंपर्क महा अभियान चला रही है। वहीं दूसरी ओर विपक्षी पार्टियां भी जीत की तैयारियों को लेकर मंथन कर रहीं हैं। वहीं सभी पार्टियों का यूपी की 80 सीटों पर भी विशेष फोकस होगा। क्योंकि राजनीति में कहावत भी है कि यूपी से ही दिल्ली का सफर तय होता है। यानी कि जिस पार्टी के पास यूपी में सबसे अधिक सीटें हों, उसका रास्ता प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने के लिए खुद बन जाता है।
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा 2024 में जीत हासिल करने के लिए जनसंपर्क महा अभियान की शुरुआत कर चुकी है। यह अभियान 30 मई शुरू हुआ है जो कि 30 जून तक चलेगा। इस अभियान में बीजेपी तमाम कार्यक्रमों को अंजाम देगी। इसमें रैलियां, जनसंपर्क, टिफिन पर चर्चा ,योग दिवस, मतदाता सम्मेलन ,बलिदान दिवस जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। इससे BJP बूथ स्तर तक लोगो के घर पहुंचने का काम करेगी। वहीं भाजपा ने सांसदों व विधायकों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी है।
लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए समाजवादी पार्टी ने भी तैयारियों शुरू कर दी हैं। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का यूपी के सभी मंडलों के अध्यक्षों के साथ बैठकों का दौर जारी है। इसी बीच अखिलेश यादव ने सॉफ्ट हिंदुत्व का भी रास्ता अपनाया है। 9 जून को सपा भी अपने लोकसभा चुनाव के अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इस अभियान की शुरुआत सीतापुर के नैमिषारण्य से करेगी। यहां पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन होगा। इसमें पार्टी के सभी पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष समेत सभी विधायक और सांसद शामिल होंगे

BSP अकेले ही यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके लिए बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अपने पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ कई समीक्षा बैठक की। इसमें निर्देश दिया कि अब बूथ स्तर तक हमें अपने कार्यकर्ताओं को तैनात करना है।

अगस्त तक बसपा प्रदेश भर में सेक्टर व बूथ कमेटी का रिव्यू कर उनका पुनर्गठन करेगी। इसमें जिनकी परफॉर्मेंस खराब है उनको पार्टी बाहर का रास्ता दिखाएगी। साथ ही यह भी आदेश जारी किया कि नई कमेटियों में पुराने कार्यकर्ताओं के साथ ही 50 फ़ीसदी युवाओं की भी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। साफ तौर पर मतलब है कि वरिष्ठ नेताओं के अनुभव और युवाओं की ऊर्जा के साथ 2024 पर जीत हासिल की जाएगी।

सितंबर महीने से सदस्यता अभियान की शुरूआत करेगी। इस सदस्यता अभियान को गांव-गांव, घर-घर तक चलाया जाएगा। इस सदस्यता अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष, मंडल प्रभारी, जोन इंचार्ज, मंडल अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष समेत सभी छोटे–बड़े पदाधिकारियों को दिया गया है।
कांग्रेस की नजर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है। इसको लेकर पार्टी तैयारियों में जुट गई है। यूपी में पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने 20 सीटों पर ही पहले या दूसरे नंबर पर रही थी। इन्हीं 20 सीटों पर इस बार फिर से कांग्रेस पार्टी का फोकस होगा।

सहारनपुर, लखीमपुर खीरी ,प्रतापगढ़, मिर्जापुर में कांग्रेस प्रत्याशी ने पिछले लोकसभा चुनाव में दो लाख से ज्यादा वोट हासिल किए थे। वहीं अमेठी, फतेहपुर सिकरी, कानपुर, लखनऊ, बाराबंकी, संत कबीर नगर ,धौरहरा ,उन्नाव अकबरपुर, वाराणसी ,कुशीनगर ,गाजियाबाद हमीरपुर में कांग्रेस का प्रदर्शन तीसरे नंबर का था। जहां पर कांग्रेस को एक लाख से ज्यादा वोट मिले थे।
कांग्रेस पार्टी के आलाकमान में बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी पदाधिकारियों को हिदायत दी है। कहा है कि अब बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाए और इसके लिए सदस्यता अभियान की शुरुआत की जाए। इससे नए वोटर्स को जोड़ा जा सके।