भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जनपद में 29 मई 2025 से 12 जून 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत कृषि वज्ञानिको तथा कृषि एवं एलाइड अधिकारियो की सहभागिता सुनिश्चित कराकर उन्नति खेती की तकनीकियों तथा योजनाओं की जानकारी गांव गांव तक पहुंचाने का कार्य चल रहा हैं । इसी श्रंखला में रविवार को अकांक्षात्मक विकासखंड मछलीशहर की ग्राम पंचायतो भटेवरा, बसरवा एवं अमारा में कृषि वैज्ञानिकों एवं कृषि अधिकारियों द्वारा किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई से पहले प्रमाणित बीज का उपयोग, बीज शोधन कर फसल की बुवाई करना,खेत की तैयारी, अधिक फसल उत्पादन की तकनीक, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, डिजिटल क्रॉप सर्वे, फार्मर रजिस्ट्री प्राकृतिक खेती आदि विषय पर किसानों को जानकारी दी गई।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी विवेक कुमार ने मृदा परीक्षण, बीज शोधन, मृदा शोधन, खरीफ फसलों की सुरक्षा की जानकारी दिया।गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए उप परियोजना निदेशक आत्मा डा. रमेश चंद्र यादव ने बताया कि सरकार मृदा की उर्वरता को बढ़ाने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान पर ढैचा बीज उपलब्ध करा रही है जो सभी राजकीय बीज गोदामों पर उपलब्ध है इसकी बुआई करके 45 दिन बाद मृदा में पलट देने से 70 से 80 किग्रा प्रति हेक्टेयर नाइट्रोजन मृदा को प्राप्त होती है जिससे मृदा में जीवाश्म की मात्रा बढ़ने से मृदा की संरचना में सुधार होने से उत्पादन में बृद्धि होती है, उन्होंने धान की सीधी बुआई, मक्का एवं अरहर की मेड़ पर बुआई की तकनीकी तथा वेहतर उत्पादन के लिए प्रति हेक्टेयर 2 कुन्तल जिप्सम के प्रयोग का सुझाव दिया।
कृषि वैज्ञानिक डा. राजीव सिंह द्वारा किसानों को फसल बुवाई के पहले कृषकों को प्रमाणित एवं गुणवत्ता युक्त बीजों का चुनाव, संतुलित उर्वरकों प्रयोग, भूमि शोधन हेतु ट्राइकोडर्मा का उपयोग आदि की जानकारी विस्तार पूर्वक किसानों को उपलब्ध कराई गई। उद्यान निरीक्षक सत्यभान सिंह द्वारा कृषि सिंचाई योजना, फलों, फूलों एवं सब्जियों की उन्नति शील खेती की जानकारी दी गई। इस मौके पर प्रधान भानू प्रताप सिंह, राकेश कुमार, शिवनाथ मौर्य, एडीओ एजी. ओमप्रकाश सिंह, बीटीएम प्रमोद उपाध्याय, सुधाकर वर्मा, दिनेश चंद्र गुप्ता, क्षितिज कान्त पांडेय, अखिलेश श्रीवास्तव, राजेन्द्र सिंह आदि कृषक उपस्थित रहे।