बाराबंकी:(द दस्तक 24 न्यूज़) 02 जून 2025 उत्तर प्रदेश के जनपद बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव गोंडा में 24 मई को हुए शैलेंद्र मौर्य हत्याकांड ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद पीड़ित परिवार से मिलने प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचा, जिसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल थे।
ष्ट्रीय अध्यक्ष ने मृतक शैलेंद्र मौर्य के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने मौके पर ही थाना अध्यक्ष से वार्ता करते हुए आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाने की मांग की। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “यह पुलिस प्रशासन की बहुत बड़ी असफलता है। 10 मई को ही पीड़ित परिवार ने संभावित हत्या की आशंका जताते हुए एक लिखित प्रार्थना पत्र थाना प्रभारी को दिया था, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया। और 24 मई को शैलेंद्र मौर्य की निर्मम हत्या कर दी गई।”
उन्होंने प्रदेश सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त प्रदेश बनाने का दावा करने वाली सरकार के राज में गांवों में देसी बम बनाए जा रहे हैं और उन्हीं से हत्याएं हो रही हैं। प्रशासन केवल मूकदर्शक बनकर रह गया है। हत्या के डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची, जिससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस का भय खत्म हो चुका है।”
प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद के प्रदेश अध्यक्ष आशीष मौर्य ने भी परिवार को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि संगठन हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार है और जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
प्रतिनिधिमंडल में कई अन्य प्रमुख पदाधिकारी शामिल थे, जिनमें:
आनंद कुशवाहा (प्रदेश महासचिव)
पी.के. मौर्य (प्रदेश सचिव)
अजय मौर्य (प्रदेश प्रवक्ता)
मनीष मधुर (प्रदेश मीडिया प्रभारी)
लोकेश मौर्य (मंडल प्रभारी, देवीपाटन)
पंकज मौर्य (जिला अध्यक्ष, लखीमपुर)
दिलीप मौर्य (जिला अध्यक्ष, बहराइच)
जीवन लाल मौर्य (वरिष्ठ जिला महासचिव)
रमेश चंद्र कुशवाहा (जिला अध्यक्ष, उन्नाव)
तोता राम मौर्य (जिला प्रभारी, लखीमपुर खीरी)
मनीष कुशवाहा (जिला उपाध्यक्ष, उन्नाव)
अजय कुशवाहा (जिला महासचिव, उन्नाव)
प्रमोद कुशवाहा (जिला मंत्री, उन्नाव)
शिव कुमार मौर्य (तहसील उपाध्यक्ष, निघासन)
दिनेश मौर्य सहित अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
आग्रह: संगठन ने सरकार से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की जाए और प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारा जाए। साथ ही पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान की जाए।