राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (न्यूट्रीसीरियल) योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय दो दिवसीय मिलेट्स महोत्सव का आयोजन जिला पंचायत परिसर के सभागार में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मा0 न्यायमूर्ति इलाहाबाद हाईकोर्ट डा0 शेखर कुमार यादव रहे तथा विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र प्रसाद तिवारी सलाहकार,नीति आयोग एवं सदस्य शासी निकाय भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नयी दिल्ली एवं डॉं0 संजय सिंह निदेशक भारतीय वानकीय अंनुसंधान शिक्षा परिषद पुर्नस्थापन केन्द्र प्रयागराज थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ समस्त अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।
सर्वप्रथम उप कृषि निदेशक एस0पी0 श्रीवास्तव द्वारा अतिथियों को चन्दन की पौध प्रदान कर उनका स्वागत किया गया तथा श्री अन्न की उपयोगिता एवं इनके उन्नयन एवं शासकीय प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी, उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने श्री अन्न के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए 2018 में इसेपोषण कार्य अनाज तथा इस वर्ष को नेशनल ईयर आफ मिलेट्स घोषित किया तथा भारत सरकार के ही प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया, जिसके कारण समग्र विश्व में श्री अन्न के प्रचार प्रसार व इनके विविध व्यंजनों के निर्माण व उसकी स्वीकार्यता के सम्बन्ध में आयोजन किये जा रहे हैं। श्री अन्न न केवल विभिन्न पोषण तत्वों से भरपूर है, अपितु जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही मौसम सम्बन्धी प्रतिकूलताओं को भी सहन करने में सक्षम है। विशिष्ठ अतिथि डा0 संजय कुमार सिंह निदेशक, भारतीय वानकीय अंनुसंधान शिक्षा परिषद पुर्नस्थापन केन्द्र प्रयागराज ने विस्तारपूर्वक श्री अन्न कीउपयोगिता के बारे में प्रकाश डाला। प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद तिवारी ने श्री अन्न के माध्यम से संतुलित आहार पर जोर दिया और कहा इसके माध्यम से शरीर को स्वस्थ्य रखा जा सकता है।
अपने सम्बोधन में मा0 न्यायमूर्ति डा0 शेखर कुमार यादव ने श्री अन्न के प्रयोग को बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि इसके प्रयोग से जहां एक ओर संतुलित आहार प्राप्त होगा वही मानसिक और शारीरिक उन्नयन होने से परिवार में बच्चों का विकास भी बहुमुखी होगा। उन्होंने परिवार में नारियों के सम्मान पर विशेष रूप से जोर दिया तथा कहा उन्हीं के द्वारा परिवार का समग्र सृजन होता है।
कुलभाष्कर आश्रम डिग्री कालेज प्रयागराज के कृषि वैज्ञानिक डॉ0 मनीष कुमार सिंह ने मिलेट्स की तकनीकी चर्चा करते हुए बताया गया कि मोटे अनाज में ओमेगा थी्र फैटी एसिड की प्रचुर मात्रा होने के कारण यह हृदय रोगों से बचाते हैं, मिलेट शरीर में स्थित अम्लता यानी एसिड दूर करता है। इसमें विटामिन होता है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को ठीक रखता है,जिससे कैंसर जैसे रोग नहीं होते हैं। डायबिटीज को रोकने में भी सक्षम है। बाजरा खाने से स्वास संबंधित सभी रोग दूर होते हैं यह थाराइड, यूरिक एसिड, किडनी, लिवर, लिपिड रोग और अग्नाशय से संबंधित रोगों में लाभदायक है। मिलेट का उपयोग पेट के पाचन तंत्र में सुधार करने में भी मदद करते हेै। इन्हें खाने से गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसे पेट के कोई रोग नहीं होते हैं। श्री अन्न अनाज पर्यावरण के प्रति सहनशील, कमजोर मिट्टी, कम पानी में पैदा होने वाले एवं कम लागत में तैयार होने वाली फसल है।
शुआट्स संस्थान से आये कृषि वैज्ञानिक डा0 मनीष कुमार केसरवानी डा0 शिशिर कुमार डा0 मदनसेन सिंह, डा0 योगेश श्रीवास्तव ने श्री अन्न की खेती एवं दैनिक जीवन में उपयोग के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी।
शुआट्स संस्थान से आये कृषि वैज्ञानिकडा0 योगेश कुमार श्रीवातव द्वाराकार्यक्रम का संचालन किया गया तथा श्री अन्न के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारी के0के0सिंह, जिला कृषि अधिकारी, मुकेश कुमार, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, सुरेन्द्र प्रताप सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी प्रयागराज व कृषि विभाग के समस्त कर्मचारियों के साथ-साथ भारी संख्या में जनपद के प्रगतिशील कृषकों द्वारा भारी संख्या में प्रतिभाग किया गया। अन्त में संयुक्त कृषि निदेशक, प्रयागराज मण्डल, प्रयागराज द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर गोष्ठी का समापन किया गया।
द दस्तक 24
प्रभारी पत्रकार तहसील कोरांव प्रयागराज उमाशंकर कुशवाहा 7571974858