भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पीलीभीत लोकसभा सीट (Pilibhit Lok Sabha Seat) पर टिकट ही नहीं बदला है, बल्कि चुनाव रणनीति को भी बदलकर रख दिया है। गांधी परिवार की परपंरागत समझी जाने वाली पीलीभीत लोकसभा सीट अब भाजपा संगठन के लिए बेहद प्रतिष्ठापूर्ण बन गई है।
यही वजह है कि भाजपा ने तराई की चुनावी रणभूमि पर अपने बड़े स्टार प्रचारकों को उतारने की रणनीति बनाई है। जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi), केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के आने का कार्यक्रम निर्धारित हो गया है। जिसके बाद भाजपा संगठन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं भाजपा कर्यकर्ताओं में भी बड़े नेताओं के आगमन को लेकर बेहद उत्साह है।
भाजपा संगठन ने बदला चुनावी रणनीति
यह भी सच है कि जब तक गांधी परिवार पीलीभीत संसदीय सीट से चुनाव लड़ा है, लेकिन कोई भी बड़े नेता की यहां सभा आयोजित नहीं की गई। वर्ष 2014 और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी का कोई बड़ा नेता इस क्षेत्र में नहीं आया था। लेकिन इस बार टिकट बदलने के साथ ही भाजपा संगठन ने चुनावी रणनीति को भी बदल दिया है। भाजपा उम्मीदवार की घोषणा के बाद से कई कैबिनेट मंत्री दौरा कर चुके हैं।
अब भाजपा के सबसे बड़े स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यहां आने का कार्यक्रम निर्धारित हो गया है।
नौ अप्रैल को पीलीभीत में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे पीएम मोदी
भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नौ अप्रैल को पीलीभीत शहर के ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज के मैदान पर चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। जबकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छह अप्रैल को पूरनपुर नगर में स्थित रामलीला मैदान पर चुनाव रैली संबोधित करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो अप्रैल को शहर के रामा इंटर कालेज मैदान पर प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम पूर्व में ही जारी हो चुका है। अब प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री की सभाओं की तैयारियां शुरू कर दी गई है।
पीलीभीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो अप्रैल को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन संबोधित करेंगे। भाजपा के स्थानीय संगठन ने जनपद के बीसलपुर क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुनावी सभा कराने के लिए प्रदेश नेतृत्व से मांग की है। लखनऊ से सूचना मिलने का इंतजार किया जा रहा है।