फर्रुखाबाद, 15 मार्च 2023 बढ़पुर ब्लॉक स्थित ग्राम डफरपुर की पिंकी राजपूत ने बताया कि 26 अक्टूबर 2021 में सिविल अस्पताल लिंजीगंज में प्रसव के बाद ही मैंने बच्चे को टीका लगावाया था। मैंने अपने बच्चे को सभी टीके लगवा लिए और आज मेरे बच्चे को मिजिल्स रूबैला का दूसरा टीका भी लगा गया है। मेरा बच्चा स्वस्थ हैl मोहल्ला खड़ियाई के रामलखन शुक्ल, 70 वर्ष ने बताया कि कोरोना का टीका आते ही मैंने टीका लगवा लिया था। फिर मैंने एहतियाती खुराक लगवा ली। अब मुझे कोई परेशानी नहीं हैl
पिंकी और रामलखन तो सिर्फ बानगीभर हैं। ऐसे कई लोग हैं जो आवश्यक टीका लगवाकर खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं। यह बात राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) में भी साबित हुई। एनएफएचएस-4 वर्ष 2015-16 के अनुसार जिले में जहां 67.6 प्रतिशत लोग टीका लगवाए थे। वहीं एनएफएचएस-4 वर्ष 2019-21 में यह दर बढ़कर 98 प्रतिशत हो गई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 16 मार्च, 1995 को पहली बार मनाया गया था। तब से हर साल 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि अधिकाधिक लोगों को टीका का महत्व समझाया जाए और उसके प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने बताया कि टीकाकरण हमारे बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता हैl इसलिए बच्चों व गर्भवती को टीका जरूर लगवाना चाहिए l उन्होंने बताया कि जन्म के तुरंत बाद बच्चे को पोलियो की खुराक के साथ ही टीबी से बचने के लिए बीसीजी का टीका, हेपेटाईटिस बी का टीका, इसके बाद डेढ़, ढाई और साढ़े तीन माह पर पोलियो की खुराक, पेंटा का टीका, रोटा वायरस से बचाने के लिए रोटा का टीका और बच्चों को निमोनिया से बचाने के लिए पीसीवी का टीका दिया जाता है। इसके बाद नौ माह पर खसरा और रुबेला का टीका के साथ ही बच्चों को रतौंधी रोग नहीं हो और बच्चों की आंखों की रोशनी अच्छी हो, इसके लिए विटामिन ए की खुराक भी दी जाती है। 16 से 24 माह के बीच डीपीटी बूस्टर, पोलियो की खुराक, खसरा और रुबेला का टीका के साथ ही विटामिन ए की खुराक दी जाती है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा ने बताया कि दिसंबर 2019 से कोरोना वायरस ने दुनिया भर में कोहराम मचा रखा था। उसको रोकने के लिए देश विदेश में इसको लेकर वैक्सीन तैयार की गईl अपने देश में भी वैक्सीन तैयार कर टीकाकरण के रूप में महाअभियान चला कर लोगों को टीका से प्रतिरक्षित किया गया। इससे इस जानलेवा बीमारी को काबू में किया जा सका। उन्होंने बताया कि शिशु को जो टीके लगाए जाते हैं उनसे किसी किसी बच्चे को बुखार आ जाता है, टीका लगे स्थान पर सूजन आ जाती है या पक जाता है तो डरें नहीं यह कुछ दिनों की परेशानी होती है। फिर आपका बच्चा जीवन भर के लिए जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित हो जाता हैl उन्होंने बताया कि जब भी अपने बच्चे का टीकाकरण कराएं कार्ड साथ में लाएं। इससे बच्चे को लगने वाले टीके को उसमें अंकित किया जा सकेl साथ ही कहा कि अगर किसी कारण वश आप टीका लगवाना भूल गए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी या एएनएम से सम्पर्क कर जल्द टीका लगवा लेंl