मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा और RSS को जय सियाराम कहने की नसीहत दी थी। उन्होंने जय श्री राम और जय सियाराम में फर्क भी बताया था। इसका जवाब देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हमें राहुल के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। वे इलेक्शन वाले हिंदू हैं।
वहीं UP के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि राहुल नाटक मंडली के नेता हैं। वो कोट के ऊपर जनेऊ पहनते हैं। उनको भारत की संस्कृति के बारे में कुछ नहीं पता है। बस गली-गली दौड़ रहे हैं, क्योंकि जनता ने इनको नकार दिया है।
उधर, MP के इंदौर में सरकारी लॉ कॉलेज पर धार्मिक कट्टरता फैलाने का आरोप लगा है। यहां छात्रों ने एक किताब को लेकर हंगामा किया। आरोप है कि किताब में हिंदुओं को आतंकवादी बताया गया है। इस मामले में पुलिस ने किताब की लेखिका, प्रिंसिपल समेत 4 लोगों पर FIR दर्ज किया है। इनमें पब्लिशर और एक प्रोफेसर भी शामिल हैं।
किताब में लिखा है- विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन हिंदू बहुमत का राज्य स्थापित करना चाहता हैं। पंजाब में सिखों के खिलाफ शिवसेना जैसे त्रिशूलधारी नए संगठनों ने मोर्चा बना लिया है। पंजाब का सच आज यह है कि मुख्य आतंकवादी हिंदू हैं और सिख प्रतिक्रिया में आतंकवादी बन रहा है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भाजपा और RSS को जय सियाराम कहने की नसीहत दी थी। राहुल ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था- राम ने समाज को जोड़ने का काम किया। RSS और भाजपा के लोग भगवान राम के जीने के तरीके को नहीं अपनाते। वो सियाराम और सीताराम कर ही नहीं सकते, क्योंकि उनके संगठन में एक महिला नहीं है।
राहुल ने आगे कहा- वो जय सिया राम का संगठन ही नहीं है, उनके संगठन में सीता तो आ ही नहीं सकती, सीता को तो बाहर कर दिया। ये बातें मुझे एक पंडित जी ने सड़क पर कहीं। मैं RSS के लोगों से कहना चाहता हूं कि जय श्रीराम, जय सियाराम और हे राम का प्रयोग कीजिए। इस पर MP के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- राहुल बाबा का ज्ञान, बाबा-बाबा ब्लैक शीप तक ही सीमित है।