गौतमबुद्ध नगर : एयरपोर्ट के पास सौ से ज्यादा तालाबों को पुनर्जीवित करेगी यमुना अथॉरिटी
तालाबों की साफ-सफाई करने के साथ ही उनका सौंदर्यीकरण किया जाएगा। तालाब के किनारे लोगों के बैठने का भी इंतजाम किया जाएगा। इसकी कार्ययोजना बना ली गई है। यमुना प्राधिकरण ने दिसंबर तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। दावा किया जा रहा है कि यमुना सिटी में तालाब के पास बेहद सुन्दर नजारा होगा।
एनसीआर में खराब जल प्रबंधन को लेकर एनजीटी ने पुराने जल श्रोतों को पुनर्जीवित करने और जल संचयन करने के लिए कहा था। इसके बाद यमुना प्राधिकरण ने अपने अधीन गांवों के तालाबों की सूरत बदलने की तैयारी शुरू कर दी। 96 गांवों के 116 तालाबों को पुराने स्वरूप में लौटाया जाएगा। इसके लिए प्राधिकरण ने कार्ययोजना बना ली है।
दिसंबर तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बहुत से तालाबों पर कब्जा है। कहीं पर लोगों ने कूड़ा डालकर पाट दिया है तो कहीं तालाबों तक पहुंचने का रास्ता नहीं है। यमुना प्राधिकरण इन सारी समस्याओं को दूर करेगा। तालाबों से कब्जा हटवाने के साथ ही उनकी सफाई कराई जाएगी। तालाबों तक पहुंचने का रास्ता बनवाया जाएगा।
तालाब बचाने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण तालाबों पर काम करने वाले पॉन्डमैन रामवीर तंवर ने बताया कि अभी हाल ही में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। उन्हें तालाब की साफ-सफाई, पौधरोपण आदि के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि तालाबों का सौंदर्यीकरण एनजीटी के आदेश पर हो रहा है। यह बहुत ही बेहतर है। उन्होंने कहा कि तालाब बचेंगे तभी भूजल स्तर बचेगा। पानी रहेगा तभी जीवन रहेगा।