यूक्रेन के बंदरगाह शहर ओदेसा के समीप एक तटीय शहर में शुक्रवार तड़के रिहायशी इमारतों पर रूस के मिसाइल हमलों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गयी। प्राधिकारियों ने यह जानकारी दी। यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब रूसी सेना काला सागर के एक प्रमुख द्वीप स्नेक आइलैंड से बृहस्पतिवार को पीछे हट गई। हमले के वीडियो में ओदेसा के दक्षिण पश्चिम में करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित छोटे से शहर सेरहिव्का में इमारतों का मलबा देखा गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि रूस बमवर्षक विमानों द्वारा छोड़ी गई तीन एक्स-22 मिसाइल एक इमारत और दो शिविरों पर गिरी। यू्क्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के चीफ ऑफ स्टाफ आंद्रे यरमाक ने कहा, ‘एक आतंकवादी देश हमारे लोगों की हत्या कर रहा है। युद्ध क्षेत्र में हार के जवाब में वे नागरिकों से लड़ रहे हैं।’ यूक्रेन की सुरक्षा सेवा ने कहा कि दो बच्चों समेत 19 लोगों की मौत हो गयी है। छह बच्चों और एक गर्भवती महिला समेत 38 अन्य लोग अस्पताल में भर्ती हैं। ज्यादातर पीड़ित रिहायशी इमारत के रहने वाले हैं।
हमले से एक दिन पहले रूसी सेना स्नेक आइलैंड से पीछे हट गई, जिससे यूक्रेन के अहम बंदरगाह शहर ओदेसा पर खतरा कम हो गया है। हालांकि, रूसी सैनिक पूर्वी लुहान्स्क प्रांत को घेरने की कोशिशों में जुटे हैं। क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) ने स्नेक आइलैंड से सेना की वापसी को ‘सद्भावना संकेत’ करार दिया।पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिक लुहांस्क में यूक्रेनी सेना के प्रतिरोध के आखिरी गढ़ लुहांस्क को घेरने की कोशिशों में जुटे हैं, जो डोनबास क्षेत्र के तहत आने वाले दो प्रांतों में से एक है। लुहांस्क के गवर्नर सेरही हेदई ने कहा कि रूस लिसिचांस्क शहर को घेरने की कोशिश कर रहा है और शहर की एक पुरानी तेल रिफाइनरी पर कब्जा करने के लिए लड़ रहा है। उन्होंने बताया कि शहर में भीषण बमबारी हो रही है।
हालांकि, रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने शुक्रवार को कहा कि रूस और लुहांस्क अलगाववादी बलों ने रिफाइनरी के साथ ही लिसिचांस्क में एक खदान और एक जिलेटिन फैक्टरी पर ‘पिछले तीन दिनों में’ कब्जा कर लिया है। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में रूस के कई हमलों में पूर्वी यूक्रेन में भी नागरिक मारे गए हैं।