ग्रामीणों का चुनाव बहिष्कार बोले बोले सड़क नहीं तो वोट नहीं’

कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों ग्रामीण मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और चुनाव बहिष्कार की लिखित चेतावनी दी। उन्होंने ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ का नारा लगाया। ग्रामीणों ने सड़क नहीं बनने पर लोकसभा चुनाव की चेतावनी दी है।
ग्रामीणों का कहना है कि पंडरिया विकासखंड के ग्राम पंचायत पालवे अंतर्गत 4 गांव बांधी, पालवी, अमलीडीह और कौडिया आते हैं। इस गांव में लगभग 500 से अधिक परिवार रहते हैं, लेकिन इन गांवों को आपस में जोड़ने वाली साथ ही गांव को मुख्य मार्ग तक जोड़ने वाली सड़क नहीं बनी है।
मुरूम की सड़क भी अधूरी पड़ी हुई है। गांव के लोगों को एक गांव से दूसरे गांव या शहर जाने के लिए मुख्य मार्ग तक उबड़-खाबड़ कीचड़ वाले रास्ते से होकर ही जाना पड़ता है। बारिश के दिनों में सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है, तब इस पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
गांववालों का कहना है कि सड़क के कारण कई बच्चों को प्राइमरी स्कूल के बाद बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। आर्थिक रूप से सक्षम कई लोग अपने बच्चों को शहर में किराए का मकान लेकर पढ़ाते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत बीमारों को पड़ती है। किसी के बीमार पड़ने पर एंबुलेंस को गांव तक आने में ही घंटों लग जाते हैं। ऊपर से मरीज को खाट के सहारे मुख्य मार्ग तक लाना पड़ता है, तब जाकर उसका अस्पताल तक पहुंच पाना संभव हो पाता है।
लोगों ने कहा कि वे कई बार शासन-प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग कर चुके हैं, लेकिन नेता सिर्फ वोट मांगने के लिए गांव आते हैं और चुनाव जीतने के बाद अपने वादों को भूल जाते हैं। यही वजह है कि गांव की स्थिति आजादी के बाद से जस की तस है। ग्रामीणों ने कहा कि इसलिए इस बार गांववालों ने लोकसभा चुनाव में वोट नहीं देने का फैसला किया है। संयुक्त कलेक्टर आकांक्षा नायक ने बताया कि ग्राम पालवे के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों की मांग शासन स्तर की है, इसलिए ज्ञापन शासन को भेज दिया जाएगा।