मेडिकल कॉलेज तक जाने वाली सड़क काफी जर्जर हो गई थी। इससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। सड़क बनाने के लिए नगर पालिका की ओर से करीब 10 माह पहले टेंडर प्रक्रिया की गई थी। इसके बाद 24 लाख रुपये का बजट भी पास किया गया था। इस भारी भरकम बजट से सड़क का निर्माण कराया गया। निर्माण के दौरान ठेकेदार की ओर से लापरवाही एवं मानक के अनुसार काम न करने का प्रमाण सामने आने लगा। मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी के पास सड़क धंसने लगी है। वहां पर लंबी दरार पड़ने के कारण वाहन चालकों के सामने भी समस्या उत्पन्न हो गई है। धंसी हुई सड़क को लेकर साफ तौर पर माना जा रहा है कि सड़क का निर्माण मानक के अनुसार नहीं करवाया गया है।
सड़क बनने के बाद उनके उखड़ने के कई मामले पहले भी हो चुके हैं। हाल ही में 9 अप्रैल को गजरौला क्षेत्र के गांव शिवनगर में बनी सड़क के उखाड़ने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इससे पहले अमरिया क्षेत्र व अन्य कई तहसील क्षेत्र में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। मामला वायरल होने के बाद संबंधित विभाग के जिम्मेदारों ने ठेकेदारों से सड़क को दुरुस्त करवाया था। मामले की जानकारी नहीं है। ऐसा है तो दिखवाकर कार्रवाई की जाएगी। -एलसी भारती, ईओ नगर पालिका