पीलीभीत : छोटीकाशी के सरोवर मैं अमावस्या के पर्व पर लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी।

उत्तर प्रदेश के जनपद पीलीभीत की सर जमी पर महा बलिदानी राजा ध्वज की की दानवीरता तीनो लोक में सुप्रसिद्ध है उनकी रियासत में बसे भव्य देव स्थल लोगों का मानना है श्री गौरी शंकर महादेव मंदिर श्री मना नाथ महादेव मंदिर श्री हनुमान मढ़ी स्वामी जी की कुटिया श्री शनिदेव मंदिर श्री ठाकुर जी महाराज मंदिर बिलसंडा से सटे गांव लिल्हर के समीप श्री नीलकंठ महादेव मंदिर से सटे प्राचीन सरोवर में नहाने से मनुष्य के शरीर की तरह तरह की समस्याएं एवं बीमारियां दूर होती हैं नीलकंठ महादेव मंदिर पर अमावस्या के दिन लंबी-लंबी कतारें देखने को मिलती हैं क्षेत्र के कई देव स्थानों पर श्रद्धालुओं की श्रद्धालुओं की आस्था सोमवती अमावस्या आज के दिन उमड़ पड़ी जिसके बाद श्रद्धालुओं ने मंदिरों में प्रसाद चढ़ा कर माथा टेक कर तरह तरह की मनोत्तियां मांगी वहीं दूसरी ओर किवदंती है सच्चे मन से जिसने भी नीलकंठ महादेव मंदिर पर जो मांगा उसे यकीनन उसकी मनौती पूरी हुई मंदिर के महंत श्री गोपाल पुरी ने बताया इस सरोवर की मान्यता को परखने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु काफी संख्या में आते हैं लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने पर श्रद्धालुओं को काफी जद्दोजहद भीड़ जमा होने के कारण उठानी पड़ रही है