पीलीभीत में सिर में गंभीर चोट लगने से हुई थी तेंदुए की मौत

पीलीभीत में गजरौला क्षेत्र में भट्ठे के पास मिले तेंदुए की मौत किसी वाहन की टक्कर से हुई थी। उसके सिर में गंभीर चोट मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ब्रेन हेमरेज होने की पुष्टि हुई है। इधर, मामले में अज्ञात के खिलाफ केस भी काटा गया है।

सामाजिक वानिकी क्षेत्र के गांव पिपरिया कॉलोनी में भट्ठे के पास शुक्रवार की शाम एक तेंदुए के मादा बच्चे का शव बरामद हुआ था। शावक के सिर और कान के पास गंभीर चोट के निशान थे और रक्त बह रहा था। शव को कब्जे में लेकर पूर्व रेंज कार्यालय में रखा गया। शनिवार को डॉ. दक्ष गंगवार सहित तीन सदस्यों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया।

पोस्टमार्टम में तेंदुए की मौत की वजह अज्ञात वाहन की टक्कर से सिर में गंभीर चोट आना मालूम हुआ। बताया गया कि जबरदस्त टक्कर से तेंदुए को ब्रेन हेमराज हुआ था, जिससे उसकी मौत हो गई। शव करीब 18 घंटे पुराना था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी गई है। सामाजिक वानिकी के प्रभारी डीएफओ अंजनि कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में केस काटा गया है। मौके पर अभी तेंदुए की मां की कोई लोकेशन नहीं मिली है।

गजरौला के गांव पिपरिया कॉलोनी के पास बीते कई दिन से तेंदुए की चहलकदमी देखी जा रही थी। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना भी वन विभाग को दी जा रही थी। निगरानी व सुरक्षा के नाम पर मात्र एक वॉचर को ही लगाया गया था। यही कारण है कि जंगल से भटककर आया तेंदुआ मौत के मुंह में चला गया।

पिपरिया कॉलोनी जंगल से कुछ ही दूरी पर है। यहां पर आए दिन वन्यजीव जंगल से बाहर आते रहते हैं। इसको लेकर ग्रामीणों की ओर से भी सूचना वन विभाग को दी जाती है। गांव के पास मादा तेंदुया भी कई दिन से देखा जा रहा था। इसकी सूचना भी दी गई थी। सूचना पर सुरक्षा के नाम पर महज एक वॉचर को ही भेज दिया गया था। इसमें शुरुआत से ही निगरानी के नाम पर खानापूर्ति होने लगी थी। इसी के चलते बच्चे की मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि अब बच्चे की मौत के बाद उसकी मां से खतरा बढ़ गया है। शव को उठाने के बाद कोई भी कर्मी मौके पर नहीं पहुंचा है।