फर्रुखाबाद,( द दस्तक 24 न्यूज़) 13 मार्च 2024 “राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम” के अन्तर्गत हर साल मार्च माह के दूसरे बुधवार को धूम्रपान निषेध दिवस मनाया जाता है। जिले के सभी चिकित्सालयों सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में शपथ ग्रहण हस्ताक्षर अभियान कराया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीद्र कुमार ने कहा कि विश्व में लाखों लोग हर वर्ष तम्बाकू सेवन से अपनी जान गँवाते हैं। जो क्षय रोग, एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इस भीषण त्रासदी को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाना होगा । यह हमारे आपके जीवन के लिए मीठे जहर के समान है इसको अभी नहीं छोड़ा तो यह आपका जीवन छीन लेगा।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने बताया कि GYTS-4 के अनुसार प्रतिदिन 2200 से अधिक भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण मरते हैं तथा भारत में कैंसर से मरने वाले 100 रोगियों में 40 तम्बाकू के प्रयोग के कारण मरते हैं । लगभग 95 प्रतिशत मुख का कैंसर तम्बाकू सेवन करने वालों को होता है। उ0प्र0 राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम मे सबका सहयोग एवं जागरूकता अति आवश्यक है।
तम्बाकू निंयत्रण कार्यक्रम के जनपद सलाहकार सूरज दुबे ने जानकारी दी कि धूम्रपान हमारे शरीर के लिए इतना घातक है कि हम अपने जीवन से भी हाथ धो बैठते हैं।
सूरज ने कहा कि सभी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों पर लिखा होता है कि तम्बाकू के सेवन से कैंसर हो सकता है , लेकिन लोग जानकर भी अनजान बने रहते है| तम्बाकू ने कई हँसते खेलते परिवारों को बर्बाद कर दिया है इसलिए हम सभी को इस ओर अधिक ध्यान देने की जरुरत है।
धूम्रपान छोड़ने के 20 मिनट बाद रक्तचाप व हृदयगति सामान्य हो जाती है, 24 घण्टे बाद शरीर से जहरीली गैस निकल जाती है, 72 घण्टे बाद साँस लेना आसान हो जाता है, और 2 से 4 सप्ताह बाद रक्त संचार में सुधार आ जाता है।
डॉ राममनोहर लोहिया चिकित्सालय पुरुष में तम्बाकू को छोडने के लिए गोलियाँ निशुल्क दी जाती हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों के निकट कम आयु के बच्चों को तंबाकू उत्पादन बेचने वालों तथा सार्वजनिक जगहों पर इसका सेवन करने वालों के विरुद्ध पुलिस अधिकारियों को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। तंबाकू के प्रयोग पर लगाम लगाना चाहिये।