मैनपुरी में बुखार के बाद बच्चे तेजी से निमोनिया की चपेट में आ रहे हैं। बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल में सुबह से ही बाल मरीजों की भीड़ रही। निमोनिया से पीड़ित दो बच्चों की मौत हो गई। तीन अन्य बच्चों को हालत बिगड़ने पर मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर किया गया है।
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल में सुबह से ही मरीजों की भीड़ रही। घिरोर के गांव चापरी निवासी प्रदीप कुमार के तीन साल के पुत्र अजय को कुछ दिनों से सर्दी थी। बुधवार रात वह निमोनिया की चपेट में आ गया। परिजन उसे निजी डॉक्टर के यहां ले गए। गंभीर हालत देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुरावली के गांव मिढ़ावली निवासी अनिल कुमार का 28 दिन का पुत्र भांवत चौराहा क्षेत्र में ननिहाल आया था। कुछ दिन से वह निमोनिया की चपेट में था। परिजन उसका एक निजी डॉक्टर के यहां उपचार करा रहे थे। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहंचे यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
चिकित्सक ने दी ये सलाह
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. डीके शाक्य ने बताया कि ‘मौसम परिवर्तन में बच्चों को सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनाएं। जरा भी दिक्कत होने पर उचित उपचार दिलाएं। लापरवाही पर बच्चों की जान जोखिम में पड़ सकती है।’