शहर कोतवाली के गांव धारऊ निवासी शिशुपाल सिंह कई साल से थाना घिरोर के गांव रामगंज में अपने जीजा नीतेश कुमार के साथ रह रहे हैं। जनवरी 2023 में संदीप निवासी बेवर ने नीतेश से संपर्क किया और कहा कि यदि 80 हजार रुपये खर्च करो तो मैं तुम्हारे साले शिशुपाल का विवाह करा दूंगा। एक गरीब लड़की मेरी नजर में है। नीतेश ने संदीप को 80 हजार रुपये दे दिए। आठ फरवरी 2023 को बेवर स्थित कपिल मुनि आश्रम में शिशुपाल का विवाह रेनू नाम की युवती से करा दिया गया। स्वजन रेनू की विदा कराकर अपने घर रामगंज ले गए। तीन दिन बाद रात को दुल्हन रेनू ने खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर पूरे परिवार को अचेत कर दिया और रख में रखी नकदी, जेवर लेकर गायब हो गई। घटना की प्राथमिकी नीतेश ने संदीप के अलावा अरविंद व ऊषा देवी निवासीगण करीदी जरिया हमीरपुर, मोहम्मद आरिफ निवासी शास्त्री नगर बाटा बस्ती जयपुर, नजमा निवासी पांडेयपुर कैंट वाराणसी, सुशीला निवासी गांव करमा सोनभद्र, रानू बेगम निवासी रापरगंज थाना रायपुर सोनभद्र, बृजमोहन निवासी दिखतमई थाना बेवर मैनपुरी, जूली निवासी निवाजगंज चंदौली और दुल्हन रेनू के खिलाफ दर्ज कराई थी। पुलिस आरोपितों की तलाश में जुटी हुई थी।
एएसपी राजेश कुमार ने बताया कि गुरुवार शाम सूचना मिली कि शादी के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह घिरोर क्षेत्र में किसी अन्य व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाने आया है। पुलिस ने गिरोह में शामिल नजमा बेगम, सुशीला, ऊषा देवी, रानू बेगम, जूली, संदीप और अरविंद को गिरफ्तार कर लिया।
जबकि दुल्हन रेनू का अब तक पता नहीं चल सका है। काफी पूछताछ के बाद भी पकड़े गए आरोपितों ने फरार दुल्हन के पते के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।