कई महीनों से जारी यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी और बेटी की एंट्री पर बैन लगा दिया है। बता दें कि अमेरिका इस समय यूक्रेन का सबसे बड़ा मददगार है और उसने युद्ध के बाद से यूक्रेन को अरबों डॉलर की सहायता भेजी है। इसके अलावा अमेरिका ने पुतिन सहित रूस के कई बड़े लोगों पर कठोर प्रतिबंध भी लगाए हैं।
अब अपने खिलाफ बढ़ते प्रतिबंधों के जवाब में रूस ने मंगलवार को घोषणा की कि वह राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी और बेटी के देश (रूस) में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि बाइडन की पत्नी जिल और बेटी एशले सहित देश की “स्टॉप लिस्ट” में 25 नाम जोड़े जा रहे हैं।
रूस ने चार अमेरिकी सांसदों (सीनेटरों) के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया। रूस ने इन्हें “रसोफोबिक” करार दिया है। प्रतिबंध लगाए गए सांसदों में रिपब्लिकन मिच मैककोनेल, सुसान कॉलिन्स और बेन सासे और डेमोक्रेट कर्स्टन गिलिब्रैंड शामिल हैं। लिस्ट में फ्रांसिस फुकुयामा सहित प्रमुख शिक्षाविद भी शामिल हैं, जो उनकी पुस्तक “द एंड ऑफ हिस्ट्री एंड द लास्ट मैन” के लिए विख्यात हैं।
इसके साथ ही रूस ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि युद्ध हाल फिलहाल में समाप्त होने वाला नहीं है। क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन के आत्मसमर्पण करते ही रूस अपने आक्रमण को रोक देगा। रूस ने यूक्रेनी अधिकारियों से अपने सैनिकों को हथियार डालने का आदेश देने का आग्रह किया है। रूस का कहना है कि जब तक यूक्रेन की सेना हथियार नहीं डालेगी और आत्मसमर्पण नहीं करेगी तब तक युद्ध नहीं रुकेगा। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, “यूक्रेनी पक्ष चाहे तो आज ही सब कुछ रोक सकता है। राष्ट्रवादी इकाइयों को हथियार डालने का आदेश देना उनके लिए जरूरी है, तभी युद्ध रुकेगा।”