पीलीभीत : उत्तर प्रदेश के किसानों की कृषि आमदनी को दोगुना किये जाने के लिए वर्ष 2022 तक कृषकों की आय दोगुना करने का रोडमैप तैयार किया गया है तथा आठ सूत्रीय रणनीति तैयार की गयी है।सी0सी0आई0 एवं मण्डी परिषद, उ0प्र0 के संयुक्त तत्वाधान में थ्ंतउमते.।हतव प्दकनेजपंसपेज उममज ष्थ्ंतउमतेश् थ्पतेजष्का आयोजन लखनऊ में किया गया जिसमें कृषि उद्यमी, अधिकारीगण तथा कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस बैठक की संस्तुति/निर्णयों के आधार पर मण्डी-रिफार्म्स, कृषक आय वृद्धि हेतु दिये गये सुझावों पर कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश के कृषकों की आय दोगुना करने के क्रम में कृषि विभाग द्वारा कृषकों को कृषि की नवीनतम तकनीक से प्रशिक्षित करने हेतु रबी 2017-18 में अनूठी किसान पाठशाला(द मिलियनफार्मर्सस्कूल) का आयोजन पूरे प्रदेश में किया गया जिसमें 10.02 लाख से अधिक कृषकों को 05 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को दो सत्रों मे कृषि, उद्यान, गन्ना, रेशम, विपणन, पशुपालन, मत्स्य पालन एवं कृषि से संबंधित अन्य गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध करायी गयी। किसान पाठशाला के आयोजन में 11 सांसद, 78 विधायकगण तथा 30 ब्लाक प्रमुख एवं 752 ग्राम प्रधान सहित कुल 1475 जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यक्रम की सफलता के दृष्टिगत वर्ष 2018-19 में किसान पाठशालाओं के 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को पूरे प्रदेश में दो सत्रों में आयोजन कराया गया जिसमें खरीफ 2018 में 10.26 लाख तथा रबी 2018-19 में 10.65 लाख कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2019-20 में किसान पाठशालाओं का दो सत्रों में 04 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन कराया गया, जिसमें खरीफ 2019 में 11.38 लाख तथा रबी 2019-20 में 11.34 लाख कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 में किसान पाठशालाओं का दो सत्रोंमें 04 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन कराया गया, जिसमें खरीफ 2021 में 20.92 लाख तथा रबी 2021-22 में 21.38 लाख कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया इस प्रकार अद्यतन तक कुल 76 हजार गॉवों में 7 सत्रों में कुल 95.95 लाख कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रतिभागी कृषकों को कृषि आमदनी दोगुना करने के गुण बताते हुए, उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने पर बल दिया गया है। कृषकों की आय दोगुना करने हेतु कृषि एवं मनरेगा कनर्वेजन्स के अंतर्गत प्रदेश के 04 सम्भागों में राज्य स्तरीय कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। प्रदेश सरकार द्वारा किसानो की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कृषि कुंभ-2018 का आयोजन दिनांक 26-28 अक्टूबर तक सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन, कृषि एवं संबंधित विभागों की तकनीकी प्रदर्शनी, सजीव प्रदर्शन तथा फसल अवशेष एवं 14 विभिन्न तकनीकी आयामों पर आधारित सेमिनार आयोजित किये गये। इस कुंभ में देश के विभिन्न राज्यों से लगभग एक लाख कृषकों, वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार के अधिकारियों, विदेशी राजनयिकों, विधायकों, सांसदों सहित भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगणों द्वारा सहभागिता की गयी। इस अवसर पर जापान और इजराइल ने सहयोगी देशों के रूप में प्रतिभाग किया। इजराइल की राजदूत द्वारा प्रदेश में सेन्टर आफ एक्सीलेन्स की स्थापना तथा जापान में सहयोग के संबंध में डव्न् ;डमउवतंदकनउ व्ि न्दकमतेजंदकपदहद्ध हस्ताक्षरित किया गया है। किसान कल्याण मिशन के अन्तर्गत किसानों की आय दोगुना करने के संकल्प की पूर्ति हेतु प्रदेश के 825 विकास खण्डों में कृषि एवं कृषि आधारित अन्य गतिविधियों जिनमें पशुपालन, बागवानी, गन्ना इत्यादि तथा कृषि आधारित उद्योग सम्मिलित हैं को विकसित कर इन गतिविधियों के माध्यम से किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से किसान कल्याण मिशन अभियान तीन चरणों में (दिनांक 06, 13 एवं 21.01.2021) संचालित किया गया। इसके अन्तर्गत सम्पूर्ण प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड में गोष्ठी, प्रदर्शनी, मेला तथा विभिन्न विभागों द्वारा कृषि कल्याण की संचालित योजनाओं के अन्तर्गत लाभार्थियों को मौके पर ही लाभ प्रदान किया गया। किसान कल्याण मिशन के अन्तर्गत 825 विकास खण्डों में तीन चरणों में कुल 443042 कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसमें 155446 महिलाओं द्वारा भी प्रतिभाग किया गया।