आँवला – रामलीला मंचन के दौरान श्री यादव ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री रामचंद्र जी के बताए रास्ते पर चलने की बात कही उन्होंने कहा हर घर में राम जैसे आदर्शवादी व आज्ञावादी लोग हो, भरत जैसे भाई हों, और सीता जैसी नारी हो तो ये कलयुग ही सतयुग बन जाएगा मगर आज जिस तरह के हालात हैं उसे देखते हुए तो जटायु भी हम लोगों से बहुत महान था जो कि सीता माता को बचाने के लिए रावण जैसे शक्तिशाली व्यक्ति से भिड़ गया था। वही हम लोग आज अपने गली मोहल्ले में आंखों के सामने बहन बेटियों पर जुल्म होते देखते रहते हैं। इसलिए रामलीला को सिर्फ नाटक की तरह नहीं बल्कि प्रेरणा के रूप में देखें और यहां से जो भी सीख मिले उसे अपने जीवन में उतारने का काम करें। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि धर्म की राजनीति नहीं होनी चाहिए मगर कुछ लोग सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति करते हैं। हर धर्म, हर त्यौहार समानता का संदेश देता है। हम सभी को उसकी अच्छाई अपनाकर बुराइयों को त्याग देना चाहिए। मैं हर साल ना सिर्फ रामलीलाओं में जाता हूं बल्कि उनसे कुछ सीखता भी हूं।
उसके बाद में श्री यादव ने ग्राम आलमपुर कोट में भी फीता काटकर रामलीला मंचन के मेले का शुभारंभ किया।
इस दौरान उनके साथ राजाराम शर्मा, मुकेश कोरी, त्रिवेंद्र यादव, महेश वर्मा, यादराम वर्मा, गज राम वर्मा, विवेक वर्मा, देवेंद्र वर्मा, अखिलेश यादव आदि ग्रामवासी मौजूद रहे।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा