श्रम एवं सेवायोजन कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या आज पूरनपुर तहसील स्थित ब्लाक में आयोजित साईकिल वितरण कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे. उसी बीच नेशनल हाइवे 730 पर जिले के प्रभारी मंत्री की गाड़ी के आगे किसान लेट गए और मंत्री को कृषि क़ानून को काला क़ानून बताते हुए काले झंडे दिखा कर जमकर नारेबाजी कर विरोध किया. काफी देर तक किसानों के बीच बढ़ते प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस ने बल प्रयोग कर किसानों के हाथों से काले झंडे छीन कर किसानों को हिरासत में लेकर थाने में नजर बंद कर दिया गया. वहीं, किसानों पर बल प्रयोग होता देख, किसानों का हंगामा देख मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने गाड़ी से उतर किसानों से बात की, और उनकी मांगों को लेकर आश्वासन भी दिया.
वहीं, भारी संख्या में मौजूद किसानों में किसान नेता स्वराज सिंह का आरोप है कि, जिले के प्रभारी मंत्री से किसान काले क़ानून को लेकर मिलने आए थे, जिसको लेकर पुलिस प्रशासन ने किसानों को रोक कर बल प्रयोग किया. उसके बाद आक्रोशित किसानों ने प्रशासन से नाराज मजबूर होकर काले झंडे दिखा कर नारेबाजी कर हंगामा करना पड़ा. देश में लगातार बढ़ रही महंगाई डीजल, पेट्रोल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से किसान बेहद परेशान और हताश हैं, सरकार को इस पर ध्यान देना होगा. वरना, आगामी चुनाव में महंगाई से त्रस्त जनता, किसान भाजपा सरकार को दोबारा कभी वोट नहीं देगी.
वहीं, पूरे मामले पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, मैं तीन दिवसीय दौरे पर पीलीभीत आया हूँ, जहां सरकार द्वरा श्रम सेवायोजन कार्यक्रम के तहत जिले के सातों ब्लाकों में निःशुक्ल साइकिल वितरण कार्यक्रम के माध्यम से श्रमिकों को लाभ दिया जा रहा है. ठीक उसी क्रम के ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास कार्यो की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को काम मे तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. किसानों द्वारा काले झंडे की बात पर मंत्री ने कहा, मैंने किसानों से बात की है, मुझे किसी किसान भाई ने काले झंडे दिखा कर विरोध नहीं किया. सब किसान मेरे हैं. उन्होंने कहा कि, इसमें भाजपा के साथ जुड़ कर सबका साथ सबका विकास किया जाता है.