मध्य प्रदेश में एक बार फिर उठी राम लहर, भाजपा के मंदिर आंदोलन की यादों को नया मुकाम मिला

अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन होते ही मध्य प्रदेश में एक बार फिर राम लहर चल पड़ी है। भाजपा के मंदिर आंदोलन की यादों को नया मुकाम मिला है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने वाले करीब दो दर्जन पूर्व विधायकों को ज्यादा तरजीह मिलने से नाराज और असंतुष्ट चल रहे भाजपा केपुराने नेताओं को अब अपनी अलग अहमियत का अहसास होने लगा है, उनके सुर बदल गए हैं। इससे भाजपा ने राहत की सांस ली है।

सोशल मीडिया में असंतुष्टों की भाषा भी बदलने लगी है। इससे मप्र विधानसभा की 27 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बढ़ रहे असंतोष पर भी अब अंकुश लगेगा। विधायक अजय विश्नोई, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, दीपक जोशी और पूर्व प्रत्याशी मुदित शेजवार जैसे नेता राममय दिख रहे हैं। गौर करें तो जबलपुर के पाटन से भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने पिछले दो माह के भीतर सिंधिया से लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पर कई तीखे तीर चलाए। ट्विटर पर वह विद्रोही सुर में दिखते थे, लेकिन अब राम मय हैं। वह लिखते हैं, ‘मैं अभिभूत हूं, अनुग्रहित हूं, धन्य हूं, क्योंकि मैं भूमिपूजन के स्वर्णिम पल का साक्षी हूं।’

विश्नोई को उनके पुराने ट्वीट की याद दिलाई गई, तो बोले दोनों का एक दूसरे से कुछ लेना-देना नहीं है। वह राजनीति है और यह आस्था है। विश्नोई दावा करते हैं कि उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की विजय सुनिश्चित है, क्योंकि न तो कांग्रेस कहीं खड़ी दिख रही है और न ही उसके पास उम्मीदवार हैं। वाकई भाजपा संगठन के लिए यह राहत की बात है कि राम मंदिर निर्माण ने फिलहाल आपसी मनमुटाव या असंतोष को काफी पीछे कर दिया है।

रायसेन के सांची के पूर्व विधायक व सिंधिया खेमे से स्वास्थ्य मंत्री बने डॉ. प्रभुराम चौधरी से 2018 का विस चुनाव हारने वाले मुदित शेजवार को अब इस बात का गुमान है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अनुष्ठान कार्यक्रम की साज-सज्जा में लगे फूल रायसेन के अनन्या फार्म से गए और इसमें उनका योगदान रहा।

अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण भाजपा का वर्षों पुराना एजेंडा रहा है। अब जबकि यह साकार होने जा रहा है तो भाजपा की बल्ले-बल्ले हो गई है। यही वजह है कि पार्टी का कोई असंतुष्ट नेता भविष्य केखतरे मोल लेना नहीं चाहता है। इसी एजेंडे पर भाजपा को हमेशा घेरने वाले विपक्ष के लिए भी अब सवाल उठाने या राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, पर तारीख नहीं बताएंगे, जैसे नारे दोहराने का मौका नहीं रहा। ऐसी स्थिति में असंतुष्ट भी चुप रहना ही ज्यादा श्रेयस्कर समझ रहे हैं।

मध्य प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि भगवान राम हमारी आस्था के केंद्र हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने राम मंदिर निर्माण के लिए लंबा संघर्ष किया है और अब उनकी तपस्या पूरी हो रही है तो यह खुशी की बात है। जहां तक कार्यकर्ताओं के असंतोष की बात है तो सभी को अपनी बात कहने का हक है। राम भक्त होने की वजह से भाजपा कार्यकर्ताओं ने कभी मर्यादा नहीं तोड़ी।