पीलीभीत : किसान सहकारी चीनी मिल पूरनपुर की प्रधान प्रबंधक की अध्यक्षता में बसंत कालीन गन्ना बुवाई किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ।

पूरनपुर/ गांव सबलपुर खास में गन्ना किसान गोष्ठी में गन्ने में होने बाले रोगों के बचाव व उन्नतशील गन्ना प्रजातियों की जानकारियां किसानों को दी गई। तहसील क्षेत्र के गांव सबलपुर खास में दि किसान सहकारी चीनी मिल पूरनपुर की प्रधान प्रबंधक विनीता सिंह की अध्यक्षता में बसंत कालीन गन्ना बुवाई किसान गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी में मिल के प्रधान प्रबंधक ने बताया कि गन्ने की अगेती एवं सामान्य गन्ने की प्रजातियों में स्वीकृति गन्ने की प्रजाति का ही गन्ना खेतों में बुवाई करें। उन्होंने कहा कि कोई भी किसान अनुपयुक्त गन्ने की बुवाई कदापि न करें और सभी किसान अधिक से अधिक गन्ने की पैदावार करें। जिससे मिल में गन्ने का क्षेत्रफल अधिक मात्रा में बढ़ सकें और चीनी मिल में अगले पेराई सत्र में अधिक मात्रा में गन्ना मिल सके। गन्ना विकास परिषद पूरनपुर के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक संजय श्रीवास्तव ने किसानों को बताया कि रिंग पिट एवं ट्रेन्च रिजर से गन्ने की बुवाई करने से गन्ने की अधिक पैदावार प्राप्त होती है। गन्ना समिति में 50 प्रतिशत छूट पर कीटनाशक दवाएं उपलब्ध है। इसके अलावा गन्ने में लगने बाले रोग एवं कीट से बचाव के लिए विस्तृत जानकारियां किसानों को दी। सर्किल गन्ना पर्यवेक्षक शिवम बाजपेयी ने किसानों को बताया कि चीनी मिल में ट्राईकोडर्मा (अंकुश) उपलब्ध है। जो किसान गन्ना बुवाई करें, वह किसान 10 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से इसे खेत में मिलाकर बुवाई कर सकते है। उन्होंने बताया जिन किसानों का गन्ना बीज की आवश्यकता हो, ऐसे किसानों को विकास परिषद के माध्यम से गन्ना बीज उपलब्ध हो जाएगा। गोष्ठी में गन्ने की फसल में लगने वाले रोगों एवं कीड़ों के बारे में विस्तृत जानकारी किसानों को साझा की। गोष्ठी में मिल के मुख्य रसायन विद टीपी पाल, गन्ना पर्यवेक्षक अमित यादव, शिवम चौधरी, केडी सिंह, प्रभुदयाल, धर्मराज यादव, किसान कौशल किशोर बाजपेई, कृष्णदेव बाजपेई, सुबोध दीक्षित, विमल बाजपेई, चंचल यादव, बीपी यादव राघवेंद्र सिंह, राजेश अवस्थी, रमानंद अवस्थी, मोनू, राजेश, रामदयाल आदि दर्जनों किसान मौजूद रहे।

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